Sleep Off : हजारों रात से ये आदमी सोया नहीं, ऐसे कटती हैं इनकी रातें!

दोस्तों से इतनी दगा मिली कि रातों की नींद उड़ गई, फिर कभी आई नहीं!

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Sleep Off : हजारों रात से ये आदमी सोया नहीं, ऐसे कटती हैं इनकी रातें!

Gaya (Bihar) : कोई इस बात पर विश्वास करें न करें, पर यह सच है कि हमारे देश में एक ऐसा भी आदमी है, जो साडे 12769 से ज्यादा रातों को सोया नहीं है। उसके न सोने के पीछे कोई कारण नहीं है। लेकिन, इससे उन्हें न तो थकान आती है और न उनकी आंखें ही मुंदती हैं। ये हैं सुधीर मोहन सिन्हा जिनकी उम्र 55 साल है। वे बिहार के गया शहर में रहते हैं। उनकी रातों को जागने की कहानी 12,769 रात लंबी है। सुधीर को नींद निकाले 35 साल हो गए।
सुधीर ने 1978 में मैट्रिक पास की थी। स्कूलों और कोचिंग में पढ़ाकर पैसे जोड़े और पार्टनरशिप में अपना स्कूल खोला। लेकिन, 1985 में उन्हें स्कूल से हटना पड़ा। फिर साझेदारी में सीमेंट फैक्ट्री लगाई। वहां भी साथियों ने दगाबाजी की। ऐसे में सुधीर डिप्रेशन में चले गए और उसकी रिएक्शन यह हुई कि उन्हें नींद आना ही बंद हो गई।

पत्नी ने कभी सोते नहीं देखा
सुधीर की यह हालत शादी से पहले की ही है। उनकी पत्नी रेणू खुद हैरान हैं और कहती हैं, कि 15 मई 1989 को हमारी शादी हुई। तब से अभी तक मैंने इन्हें कभी सोते नहीं देखा। परेशान हूं, पर आदत भी हो गई है। इलाज के लिए कहती हूं तो मानते नहीं हैं।

रातों के साथी हैं टीवी और रेडियो
सुधीर के भाई रणधीर बताते हैं कि इनकी जागती रातों के साथी रेडियो-टीवी हैं। रेडियो सुनते हुए सुधीर पुरानी यादों में खो जाते हैं। वे कहते हैं कि जब बीमार होते हैं, तो ही उन्हें नींद आती है, पर फिर भी आंखें बंद नहीं होती।

काम भी ऐसा चुना जो रात का ही
सुधीर ने रात में जागने के लिए प्रिंटिंग प्रेस का काम शुरू किया है। शादी से पहले सारी सारी रात जागकर फिल्में देखते थे। पर, तब तक न सोने की आदत नहीं थी। 2000 में कुछ गोलियां भी लीं, पर 2-3 घंटे ही नींद आई। लत न लग जाए, इस डर से उन्हें भी बंद कर दिया। इसके बाद से न तो वे कभी सोए और न उनकी आंख ही झपकी!