कमलनाथ ने आदिवासी युवती की संदिग्ध मौत पर उठाये सवाल
खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट
खरगोन: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खरगोन जिले के महेश्वर के वासली कुंडिया गांव की
आदिवासी युवती की संदिग्ध मौत पर जमकर सवाल उठाये।
पीसीसी चीफ कमलनाथ आज मृतक युवती के गांव हेलिकॉप्टर से पहुंचे थे। इस दौरान परिजनो को सांत्वना देते हुए कमलनाथ ने कांग्रेस की और से 5 लाख रुपए की पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
इस दौरान कमलनाथ ने कल खरगोन जिले में पहुंचे सीएम शिवराज सिह चौहान के पीड़ित परिवार के यहां नही पहुचने पर भी सवाल उठाये। इस दौरान युवती के परिजन पर एफआईआर दर्ज करने और एफआईआर के समय पर भी सवाल उठाये। घटना से पहले ही एफआईआर दर्ज हो गई।
कमलनाथ ने कहा कि सीएम शिवराजसिंह चौहान ने अत्याचार का मुकुट पहन रखा है। आदिवासी पर अत्याचार में प्रदेश नम्बर वन है। एनसीआर के आंकडे में मध्यप्रदेश आदिवासी अत्याचार में देश 17 साल में 13 साल से है नं वन और 4 साल रहा है नं 2 पर।
परिजनो ने फोटो दिखाकर युवती की शरीर पर घाव दिखाये। कंरट से ऐसे मौत नही हो सकती। पुलिस सरकार के दबाब में मामला दबाने में लगी है।एफआईआर पर और समय और घटनाक्रम अलग पुलिस बता रही है।
कमलनाथ ने कहा कि चुनाव प्रचार मे नही आया हूं। पीडित परिवार के घर दुख व्यक्त करने आया हूं। सच्चाई के साथ हूं। इस दौरान पूर्व मंत्री डाॅ विजय लक्ष्मी साधौ ने सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये। पीडित परिवार कांग्रेस के धरमपुरी के विधायक पाचींलाल मेडा का रिश्तेदार है।
इस दौरान पूर्व गृह मंत्री आदिवासी नेता बाला बच्चन, विधायक रवि जोशी, जिला कांग्रेस रवि नाईक मौजूद थे।