श्री राम जी की तपोभूमि चित्रकूट में फिर मिली एक प्राचीन गुफा
अनिल तंवर की खास रिपोर्ट
भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट के गुप्त गोदावरी नदी के पास 20 फ़ीट चौड़ी रहस्मयी गुफा दिखाई दी है I जानकारी के अनुसार कुछ वर्ष पहले भी चित्रकूट के गुप्त गोदावरी के निकट एक गुफा मिली थी। पुरातत्व विभाग ने उस गुफा के बारे में बताया था कि वह गुफा रामायण काल की है और उसके बाद से उस गुफा के संरक्षण पर ध्यान दिया जा रहा है। वनवास के दौरान 11 वर्षों तक भगवान राम वन में रहे थे इसलिए चित्रकूट में भगवान राम से जुड़ी हुई कई स्मृतियां मौजूद हैं।
प्रसिद्ध इतिहासकार विनायक साकल्ले ने बताया कि अभी गुफा स्थल पर बड़ा पत्थर लगाकर आने जाने वालों को रोका गया है। कई लोगों ने कहा कि इस रहस्यमयी गुफा के बारे में पता लगाया जाए। इस स्थान को पर्यटन क्षेत्र घोषित किया जाए I कई पुरातत्वशास्त्रियों और अधिकारियों ने साथ पहुंचकर गुफा का जायजा भी लिया है।
जानकारी के अनुसार कुछ वर्ष पहले भी चित्रकूट के गुप्त गोदावरी के निकट एक गुफा मिली थी। पुरातत्व विभाग ने उस गुफा के बारे में बताया था कि वह गुफा रामायण काल की है और उसके बाद से उस गुफा के संरक्षण पर ध्यान दिया जा रहा है। वनवास के दौरान 11 वर्षों तक भगवान राम वन में रहे थे इसलिए चित्रकूट में भगवान राम से जुड़ी हुई कई स्मृतियां मौजूद हैं। गुफा स्थल पर बड़ा पत्थर लगाकर आने जाने वालों को रोका गया है। कई लोगों ने कहा कि इस रहस्यमयी गुफा के बारे में पता लगाया जाए। इस स्थान को पर्यटन क्षेत्र घोषित किया जाए I वही चित्रकूट के महंत दिव्यजीवन दास ने बताया कि यह गुफा की इस गुफा के मिलने से भगवान श्री राम जी के कई तथ्यों के विषय में हमे जानकारी प्राप्त हो सकेगी और ये इस आधुनिक काल में एक चमत्कार के समान है I
यह चित्रकूट के लोगों के लिए गर्व बात है. भगवान राम की लीला अपरम्पार है और ये गुफा चित्रकूट में ऐसे स्थान पर निकली है, जहां पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं I स्थानीय नागरिकों के अनुसार पांच वर्ष पहले भी पुरातत्वशास्त्रियों ने चित्रकूट के गोदावरी क्षेत्र में गुफाओं की खोज की थी और इसी क्षेत्र में कई वैज्ञानिको ने और कई प्राचीन गुफाओं के होने का दावा किया है जिनका भी रामायणकाल से सम्बन्ध प्रतीत हो रहा है I स्थानीय प्रशासन और पुरातत्वशास्त्रियों के अनुसार चित्रकूट के गोदावरी क्षेत्र में मिली इस २० फ़ीट चौड़ी गुफा के पीछे कई धार्मिक मान्यताएं देखी जा रही है , इसके वास्तविक काल की गहराई का पता लगाने के लिए पुरातत्व वैज्ञानिको के दल से निरीक्षण करवाने का कार्य भी किया जायेगा I हमारी धार्मिक विरासते देश की अतुल्य सम्पदा है I
उल्लेखनीय है कि गोस्वामी तुलसीदास ने चित्रकूट का वर्णन करते हुए लिखा था कि जब संसार में अंधेरा छा जाएगा उसके बावजूद भी भगवान राम की कृपा से चित्रकूट को कुछ नहीं होगा I ऐसे में प्राचीन गुफाओं का पुनः अस्तित्व में आना इस पौराणिक स्थल की विरासत की गरिमा को और अधिक बढ़ा रहा है I
चित्र सौजन्य – पान्चजन्य