रांची के पूर्व डीसी छविरंजन के साथ-साथ जिन अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है, उनमें नामकुम सीओ विनोद प्रजापति, बड़गाई सीओ भानू प्रताप, जमीन कारोबारी अशरफ खान उर्फ चुन्नू खान, हजारीबाग में प्रज्ञा केंद्र संचालित करने वाले भरत प्रसाद सहित कई लोगों के यहां छापेमारी की गई है. वहीं इस जमीन फर्जीवाड़े का पर्दाफाश पहले ही आयुक्त की जांच रिपोर्ट में हो चुका है. सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-बिक्री मामले में जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आ चुकी है कि प्रदीप बागची नाम के शख्स ने फर्जी रैयत बनकर दिलीप कुमार घोष को यह जमीन बेची थी.