Doctors Strike : डॉक्टर्स हड़ताल से बिगड़े हालात संभाले, निजी अस्पतालों से डॉक्टर्स बुलाए!

कलेक्टर ने सेठी हास्पिटल का भ्रमण किया, प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्थाएं की

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Doctors Strike : डॉक्टर्स हड़ताल से बिगड़े हालात संभाले, निजी अस्पतालों से डॉक्टर्स बुलाए!

 

Indore : चिकित्सक महासंघ के आह्वान शुरू हुई हड़ताल का प्रदेश के साथ इंदौर में भी व्यापक असर देखने को मिला। इंदौर में भी मेडिकल कॉलेज से संबंधित सभी शासकीय अस्पतालों के डॉक्टरों ने किया काम बंद, डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीजों को परेशानी हुई। लेकिन, कलेक्टर के निर्देश पर डॉक्टर्स की हड़ताल से उत्पन्न हुई समस्याओं की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई। किसी भी मरीज़ को बग़ैर इलाज वापस नहीं जाने दिया गया। आवश्यक परिस्थितियों के लिए दूसरे अस्पतालों में एंबुलेंस भी तैनात की गई हैं।
सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में एडीएम, एसडीएम और अन्य कार्यपालक मजिस्ट्रेट अधिकारी तैनात किए गए। वे वहां व्यवस्थाओं को सुचारु रूप से संचालित करने में सहयोग कर रहे हैं। अपर कलेक्टर डॉ अभय बेडेकर बताया है कि शासकीय चिकित्सालयों में आयुष डॉक्टरों के साथ साथ निजी हॉस्पिटल के डॉक्टरों की सेवाएँ भी सुनिश्चित की गई है।

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पीसी सेठी हॉस्पिटल में दोपहर तक 140 मरीज़ों का इलाज किया गया। ओपीडी में 12 डॉक्टर बैठकर मरीज़ों का इलाज कर रहे हैं। यहाँ पर पीआईसीयू और एसएनसीयू भी काम कर रहा है। वही पैरा मेडिकल स्टाफ़ भी अपनी ड्यूटी पर तैनात हैं। अस्पताल में मौजूद एसडीएम अंशुल खरे ने बताया है कि अस्पताल की लैब में भी सुचारु रूप से कार्य हो रहा है।

बाणगंगा हास्पिटल में भी सौ से अधिक ओपीडी रजिस्टर्ड हुई है। वहीं जिला अस्पताल में 173 मरीज़ों का इलाज किया गया। एमवाय हास्पिटल में उपस्थित अपर कलेक्टर अजय देव शर्मा ने बताया है कि यहाँ भी अभी तक 900 से अधिक ओपीडी हो चुकी हैं।

डॉक्टर्स हड़ताल का कारण
चिकित्सक महासंघ के आह्वान शुरू हुई हड़ताल का प्रदेश के साथ इंदौर में भी व्यापक असर देखने को मिला। जहां एमवाय अस्पताल परिसर में बड़ी संख्या में एकत्रित हुए डॉक्टरों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश जाहिर किया, वही अपनी मांगों को लेकर काम बंद हड़ताल करते हुए डॉक्टरों ने अपनी सभी सेवाओं को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया।

डॉक्टर द्वारा की जा रही इस काम बंद हड़ताल का असर सबसे ज्यादा असर मरीज और उनके परिजनों पर पड़ा। इंदौर में भी मेडिकल कॉलेज से संबंधित सभी शासकीय अस्पतालों के डॉक्टरों ने किया काम बंद, डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीजों को परेशानी हुई।

लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर प्रदेशभर के स्वास्थ्य कर्मचारी व डॉक्टर संबंधित विभाग व मुख्यमंत्री से गुहार लगा रहे हैं। लेकिन अभी तक उनकी मांगों को अनसुना किया जा रहा था। इससे नाराज होकर प्रदेशभर के लगभग 15 हजार डॉक्टर आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। आज से प्रदेशभर के 52 जिलों के शासकीय अस्पतालों में आकस्मिक चिकित्सा सेवाएं भी पूर्ण रूप से ठप हो गई।

चिकित्सक महासंघ के आह्वान पर उच्च स्तरीय समिति की बैठक के निर्णय के बाद प्रदेश के 15 हजार चिकित्सक अपने कार्य से विरक्त रहे। वहीं इंदौर में भी शासकीय डॉक्टरों ने अपनी सभी सेवाओ को बंद कर दी, इस दौरान एमवाय अस्पताल परिसर में बड़ी संख्या में एकत्रित हुए डॉक्टरों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश जाहिर किया। गौरतलब है कि प्रदेश के शासकीय डॉक्टरों के द्वारा ग्रेड-पे अपग्रेडेशन की मांग को लेकर लगातार शासन प्रशासन से बैठकों का दौर जारी हैं। वहीं लंबे समय तक चले संघर्ष के बाद भी कोई निष्कर्ष न निकलने के चलते डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी।