Govind Malu Appointed State Spokesperson : BJP ने गोविंद मालू को फिर प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी!
Indore : भारतीय जनता पार्टी संगठन ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और खनिज विकास निगम के पूर्व उपाध्यक्ष गोविंद मालू को प्रदेश प्रवक्ता नियुक्त किया है। वैसे वे पिछले 8 साल से बिना किसी पद के पार्टी प्रवक्ता की तरह काम कर रहे थे और एक तरह से पार्टी के संकटमोचक बने हुए थे। उनकी नियुक्ति से निश्चित रूप से पार्टी को फायदा मिलेगा यह तय है।
दरअसल, उनकी नियुक्ति भाजपा को कर्नाटक विधानसभा चुनाव से मिले सबक का नतीजा है। कर्नाटक में पार्टी की हार और मध्य प्रदेश में पार्टी के पुराने नेताओं में उभरे असंतोष को असंतुलित करने के लिए गोविंद मालू को लाया गया है। जिस तरह के हालात पिछले दिनों मध्य प्रदेश भाजपा में दिखाई दिए और पुराने नेताओं ने अपनी उपेक्षा के सीधे आरोप लगाए, उससे असंतोष सामने आया था। कहा गया था कि पार्टी पुराने नेताओं की उपेक्षा करके नए और अनुभवहीन नेताओं को आगे बढ़ा रही है।
यह आशंका भी व्यक्त की गई थी कि भविष्य में यह हालात पार्टी की दुर्गति का सबसे बड़ा कारण बन सकता है। यही कारण है कि पार्टी ने पुराने अनुभवी नेताओं को फिर टटोलना और उन्हें आगे बढ़ाना शुरू कर दिया। गोविंद मालू की नियुक्ति उसी का नतीजा है। यह भी देखा गया है पार्टी का पक्ष सही तरीके से नहीं रखा जा रहा था, जिसकी जरूरत थी। वैसे तो पार्टी में एक दर्जन से ज्यादा प्रदेश प्रवक्ता है लेकिन कोई भी न तो विपक्ष के हमलों का जवाब दे पा रहा था और न पार्टी का सकारात्मक पक्ष रख पा रहा था।
इस वजह से 8 साल बाद फिर गोविंद मालू को प्रदेश प्रवक्ता बनाकर चुनाव से पहले यह जिम्मेदारी सौंपी गई। जबकि, कई विधायक और सांसद प्रदेश प्रवक्ताओं की लिस्ट में है। सांसद सुमेर सिंह सोलंकी, महेंद्र सिंह सिसोदिया और अर्चना चिटनिस जैसे नाम भी प्रदेश प्रवक्ता हैं पर कभी पार्टी का पक्ष रखते दिखाई नहीं दिए। देखा गया है कि पार्टी जिसे प्रवक्ता बनाती है, वो पार्टी का पक्ष रखने के बजाए राजनीति करने लगता है। जबकि, गोविंद मालू बिना किसी पद के 8 साल से मीडिया में पार्टी का पक्ष रहे थे। यही कारण है कि उन्हें फिर से यह जिम्मेदारी दी गई।