Channai : छह साल बाद चेन्नई और तमिलनाडु के अधिकांश जिलों में भारी बरसात हुई। चेन्नई में 2015 में इतनी बरसात हुई थी, उसके बाद रविवार से फिर पानी गिरना शुरू हुआ। राज्य के तटवर्ती जिलों में हो रही बरसात को देखते हुए चेन्नई और तीन जिलों में दो दिनों तक स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए। मौसम विभाग ने भी बरसात की चेतावनी दी है। चेन्नई, तिरुवल्लूर, चेंगलपट्टू और कांचिपुरम जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद रखने के आदेश जारी किए।
उत्तरी तटीय तमिनाडु के सुदूरवर्ती इलाकों में रविवार को पूरे दिन जबरदस्त बरसात हुई। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवातीय हालात की वजह से चेन्नई और इसके उपनगरों में सबसे ज्यादा बरसात हुई। चेन्नई और उपनगरीय इलाकों में जगह-जगह जलजमाव हो गया। चेन्नई के दो जलाशयों से पानी छोड़े जाने की तैयारियों के बीच अधिकारियों ने बाढ़ की चेतावनी जारी की है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के आंकड़ों के मुताबिक चेन्नई और उपनगरों में बारिश 10 सेमी से 23 सेमी के बीच रही। तमिलनाडु सचिवालय के पास कामराजार सलाई बिंदु (मरीना समुद्र तट पर स्थित डीजीपी कार्यालय) में सबसे अधिक 23 सेमी और उत्तरी चेन्नई के उपनगरीय क्षेत्र एन्नोर में 10 सेमी बारिश हुई।
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन (Chief Minister MK Stalin) ने मुख्य सचिव वी इराई अंबू (V Irai Ambu) सहित विभिन्न शीर्ष अधिकारियों के साथ यहां कई जलमग्न क्षेत्रों का निरीक्षण किया। अधिकारियों को बाढ़ के पानी की निकासी के लिए त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। कैबिनेट सदस्यों के साथ स्टालिन ने एक अस्थायी आश्रय स्थल में ठहरे प्रभावित लोगों को चावल, दूध और कंबल और बाढ़ राहत वितरित की।