मजदूरी नहीं देने को लेकर रोजगार सहायक के खिलाफ मजदूरों ने की कार्रवाई की मांग

528

मजदूरी नहीं देने को लेकर रोजगार सहायक के खिलाफ मजदूरों ने की कार्रवाई की मांग

बड़वानी से सचिन राठौर की रिपोर्ट

बड़वानी-जिले के बड़वानी विकासखण्ड के चिकल्या मलान के निवासी मजदूरों ने मजदूरी नहीं दिए जाने को लेकर ग्राम पंचायत बरू खोदरा के रोजगार सहायक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।

उन्होंने आरोप लगाया कि अमृत सरोवर परियोजना के अंतर्गत तालाब निर्माण कार्य में भारी भ्रष्टाचार किया गया है। उन्होंने कहा कि मजदूरी करने के बावजूद उन्हें भुगतान नहीं किया गया और उसके बदले अन्य लोगों के खाते में मजदूरी की राशि डाल दी गई है।

ग्रामीण शोभाराम चौहान ने बताया कि अमृत सरोवर योजना के तहत तालाब की खुदाई के कार्य में लगे मनरेगा मजदूरों को 3 सप्ताह कार्य करवा लिया गया लेकिन इसके बावजूद भुगतान नहीं मिल रहा है। उन्होंने बताया कि सरपंच तथा सचिव ने उन्हें ठेके पर काम देने के बाद आश्वस्त किया कि राशि प्रदान कर दी जाएगी।

उनके झांसे में आकर ग्रामीणों ने 2.60 लाख रु में ठेका लेकर 150 मजदूरों से मजदूरी का कार्य किया लेकिन अब राशि प्रदान नहीं की जा रही।

जब राशि के अभाव में हमने काम बंद किया तो सरपंच और रोजगार सहायक ने शेष कार्य मशीनों से करवा लिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विगत 3 महीनों से जिला कलेक्टर और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को शिकायत की गई लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं हुई।

*मजदूरों को नही दी मजदूरी मशीनों से कराया काम हो रहा विरोध*

जिले के बरुखोदरा ग्राम पंचायत के चिखलिया मलाना के ग्रामीण जाना चौहान ने बताया कि तीन सप्ताह 150 मजदूरों से काम करवा लिया मगर आज तक मजदूरी नही दी गई 3 महीनें से हम लोग परेशान हो रहे कई बार जिला पंचायत सीईओ और कलेक्टर को भी शिकायत की गई मगर कोई सुनवाई नही हो रही है सरपंच कैलाश पटेल और रोजगार सहायक भाया से मजदूरी की बात करते है तो वो गाली गलौज करते है।

IMG 20230520 WA0092

उन्होंने बताया कि जब हमने काम बंद कर दिया तो सरपंच-सचिव मजदूरी की राशि बचाने के लिए पूरा काम मशीनों के जरिए करा रहे हैं। वही सहायक सचिव ने अपने ससुराल पक्ष के लोगों को मजदूर बतलाकर उनके नाम से राशि भी निकाल ली जबकि उनको गाँव में कोई पहचानता भी नही है । एक ओर सरकार और प्रशासन द्वारा यह भी कहा जा रहा है कि मजदूरी की राशि सीधे बैंक खाते में जाती है, ऐसे में लोगों ने सवाल उठाए हैं कि जब मशीनों से काम हो रहा है तो मजदूरों तक राशि कैसे पहुंचेगी?

बड़वानी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एन एस चौहान ने बताया कि आप के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है यदि इस तरह की त्रुटि हुई है तो आवश्यक जांच के उपरांत मजदूरी खातों में डाल दी जाएगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल 1 महीने से आवंटन प्राप्त नहीं हुआ है।