क्षिप्रा नदी का पानी दूषित: नौकरी से बर्खास्त EE
उज्जैन: देश के सुप्रसिद्ध तीर्थ स्थल ज्योर्तिलिंग महाकाल नगरी उज्जैन में क्षिप्रा नदी का पानी दूषित होने पर कार्यपालन यंत्री (EE) को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा।
बताया गया है कि उज्जैन में हरसिद्धि पाल के पास स्मार्ट सिटी द्वारा भूमिगत पाईप लाईन डाले जाने का कार्य किया जा रहा है। कार्य के दौरान चेंबर से सीवर का पानी ओवरफ्लो होने से उसका पानी क्षिप्रा नदी मे मिलने से नदी का पानी दूषित हो गया।
निगम आयुक्त रौशन कुमार सिंह ने हरसिद्धि पाल पर चेंबर का निरीक्षण करने पर उक्त लापरवाही उजागर हुई।मामले की की जांच की गई। जांच में पाया गया की EE की लापरवाही से चेंबर से सीवर का पानी ओवरफ्लो होने से उसका पानी क्षिप्रा नदी में मिल गया और नदी का पानी दूषित हो गया।
निगम आयुक्त ने जिला कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम को उक्त घटना की जानकारी दी गई। जिस पर स्मार्ट सिटी EE मनीष जैन की तत्काल सेवा समाप्त कर दी गई।
बता दे कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट अन्तर्गत हरसिद्धि पाल के पास भूमिगत पाईप लाईन डाले जाने का कार्य किया जा रहा है। पाइप लाईन डाले जाने के लिए खुदाई कार्य के दौरान चेंबर की लाईन क्षतिग्रस्त होने से सीवरेज का पानी ओवरफ्लो हो कर क्षिप्रा नदी में अत्यधिक मात्रा में मिल गया जिससे नदी का पानी दुषित हो गया। निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह द्वारा मंगलवार को तकनीकी अधिकारियों के साथ हरसिद्धी की पाल पर चेंबर कार्य का निरीक्षण किया गया एवं कार्य के दौरान हुई लापरवाही की जांच की गई जिसमें स्मार्ट सिटी EE मनीष जैन की लापरवाही सामने आई। इसके तत्काल बाद जिला कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने EE की सेवा समाप्त करने के आदेश दिए।