Movement of Wrestlers is not Over: साक्षी बोलीं जिम्मेदारी निभा रही, लड़ाई से पीछे नहीं हटी!

साक्षी और बजरंग ने कहा 'इंसाफ की लड़ाई में न कोई पीछे हटा है, न कोई हटेगा!'

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Movement of Wrestlers is not Over: साक्षी बोलीं जिम्मेदारी निभा रही, लड़ाई से पीछे नहीं हटी!

New Delhi : आंदोलनकारी पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन ख़त्म नहीं किया है। इस आशय की ख़बरों का भी उन्होंने खंडन किया। दावा किया गया कि 2016 रियो ओलंपिक में कांस्य जीतने वाली पहलवान साक्षी मलिक प्रदर्शन से हट गई, रेलवे में अपनी नौकरी पर वापस लौट गई। हालांकि, इस खबर के सामने आने के बाद साक्षी ने तुरंत ट्वीट करते हुए इन खबरों का खंडन किया।

उन्होंने लिखा कि ये खबर बिलकुल गलत है। इंसाफ की लड़ाई में न हम में से कोई पीछे हटा है, न हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी जिम्मेदारी को साथ निभा रही हूं। इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। साक्षी के बाद बजरंग पुनिया ने भी ट्वीट करके इन खबरों को गलत बताया।

2021 टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट WFI अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ चल रहे आंदोलन का मुख्य चेहरा हैं। यह तीनों रेलवे में अपनी नौकरी पर वापस लौट गए हैं। इसके बाद मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया गया कि तीनों ने आंदोलन से नाम वापस ले लिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स में सबसे पहले साक्षी का नाम बताया गया। इसके बाद साक्षी ने ट्वीट कर खबरों का खंडन किया। साक्षी ने कहा कि इंसाफ की लड़ाई जारी रहेगी, बस वह अपनी जिम्मेदारी यानी काम पर वापस लौट गई हैं। पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाया था।

साक्षी के बाद बजरंग ने भी ट्वीट कर खबरों को गलत बताया है। उन्होंने लिखा कि आंदोलन वापस लेने की खबरें कोरी अफवाह हैं। ये खबरें हमें नुकसान पहुंचाने के लिए फैलाई जा रही हैं। हम न पीछे हटे हैं और न ही हमने आंदोलन वापस लिया है। महिला पहलवानों की एफआईआर उठाने की खबर भी झूठी है। इंसाफ मिलने तक लड़ाई जारी रहेगी।

नौकरी का डर मत दिखाइए

बजरंग ने एक और ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा हमारे मेडलों को 15-15 रुपए के बताने वाले अब हमारी नौकरी के पीछे पड़ गए हैं। हमारी जिंदगी दांव पर लगी हुई है, उसके आगे नौकरी तो बहुत छोटी चीज है। अगर नौकरी इंसाफ के रास्ते में बाधा बनती दिखी तो उसको त्यागने में हम दस सेकंड का वक्त भी नहीं लगाएंगे। नौकरी का डर मत दिखाइए। पहलवानों के ट्वीट से यह साफ है कि साक्षी, बजरंग और विनेश रेलवे में अपनी नौकरी पर जरूर वापस लौट गए हैं, लेकिन इंसाफ के लिए उनका आंदोलन जारी रहेगा।