Dog Bite Incidents : इंदौर में रोज सवा सौ लोग कुत्तों के शिकार, नगर निगम को चिंता नहीं!
Indore : शहर में गली-गली में घूमने वाले आवारा श्वान राहगीरों के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को यह अपना शिकार बना रहे हैं। ताजा आंकड़ों पर गौर करें तो पाएंगे कि शहर में रोजाना 125 से अधिक लोगों को श्वान काट रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार कोई कार्रवाई करते हुए नजर नहीं आ रहा है।
कुछ समय तक नगर निगम ने श्वानों की नसबंदी की थी, लेकिन इसके बाद उन्होंने भी ध्यान देना बंद कर दिया। आवारा श्वान कई लोगों को तो इस तरह जख्मी कर देते हैं कि उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है। कभी यह राह चलते लोगों को काटते हैं, तो कभी गली-सड़कों पर घूमने वाले बच्चों और बुजुर्गों को भी अपना निशाना बना लेते हैं। हुकुमचंद अस्पताल में श्वान काटने से जख्मी लोग बड़ी संख्या में इलाज करवाने के लिए आते हैं।
यहां जनवरी से लेकर मई तक 19397 लोग इलाज करवाने के लिए आ चुके हैं। अप्रैल में 3668 लोगों को श्वानों ने अपना शिकार बनाया था, वहीं मई में संख्या बढ़कर 4014 हो गई है। माना जा रहा है कि गर्मी में कुत्तों के काटने की घटनाएं ज्यादा होती है।
दोपहिया वाहन चालक परेशान
श्वान के आतंक से पैदल चलने वाले लोगों के साथ ही दोपहिया वाहन चालक भी परेशान है। श्वान दोपहिया वाहन के पीछे भी लपकते हैं, जिसके कारण कई बार चालक डरकर नीचे गिरकर जख्मी हो जाते हैं। रात के समय श्वान का आतंक ज्यादा देखने को मिलता है, क्योंकि इस समय सड़कों पर वाहनों की संख्या कम हो जाती है। लोगों ने बताया कि श्वानों के कारण रात के समय हमें घरों से बाहर निकलने में भी डर लगने लगा है। हम सामान लेकर घर जाते हैं तो यह थैलियां छिन लेते हैं। बच्चों को भी इनके डर से घर से बाहर अकेले नहीं भेज पाते हैं।
हर माह लोगों को बनाया शिकार
जनवरी में 4068 लोगों को कुत्तों ने अपना शिकार बनाया, फरवरी में 3764, मार्च में 3883, अप्रैल में 3668 लोगों को कुत्ते काटने की घटनाएं हुई और मई में यह आंकड़ा बढ़कर 4014 हो गया।