Indore : प्रशासन, नगर निगम और पुलिस प्रशासन ने भिखारियों (Beggars) को शहर से हटाने के लिए योजना बनाई है। प्रशासन उन माफियाओं पर भी कार्रवाई करेगा, जो इनके पीछे सक्रिय हैं। हाल ही में केंद्र सरकार ने भिखारियों के पुनर्वास (Rehabilitation of Beggars) और इस प्रवृत्ति को समाप्त करने के निर्देश दिए हैं। शहर को भिखारियों से मुक्त करने के लिए NGO की भी मदद लेने पर विचार किया गया है।
सांसद, कलेक्टर, डीआईजी और निगम आयुक्त सहित अन्य अफसरों की बैठक हुई। जिसमें मुख्य तौर पर शहर में विभिन्न चौराहों पर मौजूद भिखारियों को सड़कों से हटाने पर चर्चा की गई। बच्चों से भीख मंगवाने वाले माफिया और भिखारी गुटों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया। NGO की मदद से बेसहारा और बेघर भिखारियों के पुनर्वास (Rehabilitation) को लेकर योजना बनाई गई।
हाल ही में केंद्र सरकार ने देश के सभी शहरों को भिखारियों (Beggars) से मुक्त करने के निर्देश दिए हैं। इसी के तहत मंगलवार को सांसद शंकर लालवानी, कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी मनीष कपूरिया ने अधीनस्थ अधिकारियों की बैठक लेकर विशेष दिशा-निर्देश दिए। शहर के ऐसे भिखारी माफिया जो बच्चों और बुजुर्गों का गलत इस्तेमाल करते हैं, उन पर कार्रवाई करने के लिए प्रशासन ने विशेष रणनीति तैयार की। आने वाले समय में ऐसे माफियाओं पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन शहर को भिखारियों (Beggars) से मुक्त कराने के लिए NGO की भी मदद लेगा। जो भिक्षा मांगने वालों को भिक्षावृत्ति की कुरीति से निकालने में मदद करेंगे। इसके अलावा ऐसे भिखारी जो बेघर या बेसहारा होंगे, उनके पुनर्वास को लेकर प्रशासन एक योजना के तहत काम करेगा। इसके पहले भिखारियों पर कार्रवाई को लेकर शहर में कार्रवाई हुई थी। लेकिन, तब नगर निगम ने जिस तरह से भिखारियों (Beggars) को बाहर किया था, उसे लेकर निगम की जमकर किरकिरी हुई। इसलिए प्रशासन कार्रवाई के दौरान इस बात का खास ध्यान रखेगा कि कोई ऐसा कदम न उठने पाए जिस पर ऊँगली उठे!