Rahul Gandhi vs Smriti Irani:लोकसभा में शेर और शेरनी की दहाड़,विवादों में पड़ने से भी नही बचे…!
नई दिल्ली।बुधवार को लोकसभा में मोदी सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव के दूसरे दिन का नजारा अभूतपूर्व था। भाजपा और विरोधी सांसदों की भारी रोकटोक, हंगामेदार दृश्य, सांसदों द्वारा लगाए जा रहें मोदी-मोदी तथा इण्डिया-इण्डिया के नारों के मध्य बोल रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी का भाषण मोदी सरकार के खिलाफ़ कई कटाक्षों से भरपूर और बहुत ही आक्रामक तेवरों वाला था। वे लोकसभा में शेर की तरह दहाड़ें और मणिपुर के हालातों को लेकर मोदी सरकार को ज़बर्दस्त ढंग से घेरा।उन्होंने कहा मेरी एक माँ यहाँ सदन में रहती है वहीं पिछलें दिनों हमारे देश के नॉर्थ ईस्ट मणिपुर में हमारे देश भारत माता की आत्मा की हत्या हुई है। मणिपुर कई महीनों से जल रहा है लेकिन हमारे प्रधानमंत्री जी को वहाँ जाने और पीड़ित लोगों के घावों पर मरहम लगाने की फुर्सत नही है। वे अहंकारी रावण की तरह दो लोगों की ही बात सुनते है।
राहुल गाँधी के भाषण के मध्य लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के बार-बार सदन को सामान्य बनाने की कौशिशों के बावजूद स्थिति कई बार बेलगाम हो गई.राहुल गाँधी के भाषण के बाद भाजपा की ओर से केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मौर्चा सम्भाल और वे भी शेरनी की तरह टूट पड़ी।लोकसभा में बुधवार को शेर और शेरनी की इन दहाड़ों से सदन के गलियारे गुंजायमान हो गए।
राहुल गाँधी अपना भाषण समाप्त कर राजस्थान के जालियाँवाला बाग के रूप के विख्यात राजस्थान और गुजरात की सीमा पर स्थित आदिवासियों की श्रद्धा स्थली मानगढ़ पहाड़ी पर आयोजित विशाल सभा को सम्बोधित करने निकल गए लेकिन चलते चलते उनकी कथित फलाइग किश विवाद का विषय बन गई।
इसके पहलें राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोला। अविश्वास प्रस्ताव पर बहस में हिस्सा लेते हुए राहुल ने कहा कि बीजेपी ने मणिपुर में देश की हत्या की है। राहुल ने यहाँ तक कह दिया कि, ‘आप देशद्रोही हो! आपने मणिपुर में भारत की हत्या की है!’
राहुल गाँधी ने अपने भाषण की शुरुआत अडानी के मुद्दे से की। उन्होंने सत्ता पक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि मैं आज आप पर इतना आक्रमण नहीं करूंगा। एक-दो गोले जरूर मारूंगा। राहुल गांधी ने कहा, ‘अध्यक्ष महोदय सबसे पहले मैं आपको मुझे लोकसभा के सांसद के रूप में बहाल करने के लिए धन्यवाद करना चाहता हूं। जब मैंने पिछली बार बात की थी तो शायद मैंने आपको परेशानी दी थी क्योंकि मैंने अडानी पर ध्यान केंद्रित किया था, शायद आपके वरिष्ठ नेताओं को दुख हुआ… उस दर्द का असर आप पर भी हुआ होगा। इसके लिए मैं आपसे माफी मांगता हूं लेकिन मैंने सच बोला। आज भाजपा के मेरे दोस्तों को डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि आज मेरा भाषण अडानी पर केंद्रित नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हिंदुस्तान की आवाज नहीं सुनते हैं। वे केवल दो लोगों की आवाज सुनते हैं।जैसे रावण दो लोगों की सुनता था। मेघनाद और कुंभकर्ण। वैसे ही नरेंद्र मोदी दो लोगों की सुनते हैं। अमित शाह और अडानी। उन्होंने कहा कि ‘आप पूरे देश में केरोसीन भेज रहे हो… मणिपुर में केरोसीन भेजी, चिंगारी से आग लगा दी, अब हरियाणा में कर रहे हो… पूरे देश में आग लगाना चाहते हो…।’
राहुल गाँधी ने कहा कि भारत माता की हत्या आपने मणिपुर में की। भारत माता को आपने मणिपुर के लोगों को मारा। आपने मणिपुर के लोगों को मारकर भारत की हत्या की है। आप देशद्रोही हो… आप देशभक्त नहीं हैं… आपने देश की हत्या मणिपुर में की… इसीलिए आपके प्रधानमंत्री मणिपुर में नहीं जा सकते हैं… क्योंकि उन्होंने मणिपुर में भारत माता की हत्या की है।
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राहुल भारत मां की हत्या की बात क्या बोले कि सदन में बवाल हो गया और भाजपा सांसदों ने राहुल के भाषण के दौरान काफी हंगामा किया । बीजेपी सांसदों ने राहुल से माफी मांगने को भी कहा।
लेकिन राहुल बोलते रहें ‘मैं मणिपुर गया और वहां के कैंपों में महिलाओं, बच्चों से बात की… जो हमारे प्रधानमंत्री जी ने आज तक नहीं किया। एक महिला मुझसे कहती है… मैंने उनसे पूछा कि क्या हुआ आपके साथ… कहती है मेरा छोटा सा बेटा… एक ही बच्चा था मेरा… मेरी आंखों के सामने उसको गोली मारी गई… मैं पूरी रात… आप अपने बेटों-बच्चों के बारे में सोचिए… मैं पूरी रात उसकी लाश के साथ लेटी रही और फिर मुझे डर लगा, मैंने अपना घर छोड़ दिया। मैंने उनसे पूछा कुछ तो लाई होगी, कहती है नहीं। सिर्फ मेरे जो कपड़े है, ये मेरे पास है। फिर इधर-उधर घूमती है और एक फोटो निकालती है और कहती है, यही मेरे पास है।’
राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं मणिपुर के एक दूसरे कैंप में भी गया। वहां एक महिला से पूछा, तुम्हारे साथ क्या हुआ? उसको वह मंजर याद आ गया, वह दर्द बर्दाश्त नहीं कर पाई… मेरे सामने धड़ाम से गिर गई.और वहीं बेहोश हो गई।’
उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों को बीमा का पैसा नहीं मिला। एक किसान बोला हिंदुस्तान के बड़े उद्योगपतियों ने मुझसे छीन लिया।। जब मैंने किसान को देखा, वो मुझसे बोल रहा था।तो जो उसके दिल में दर्द था वो मेरे दिल में आया। जो उसके आंखों में शर्म थी जब वो अपनी बीवी से बात करता था वो मेरी आंखों में आई। जब उसकी जो भूख थी वो मुझे समझ आई। उसके बाद यात्रा बिल्कुल बदल गई। मुझे भीड़ की आवाज नहीं सुनाई देती थी,मुझे सिर्फ उस व्यक्ति की बात सुनाई देती थी जो मुझसे बात करता था। मेरा दुख.. मेरी चोट… मेरा दर्द खत्म हो गया था।’
भारत जोड़ों यात्रा का ज़िक्र करते हुए राहुल गाँधी बे कहा कि सालों से मैं रोज आठ-दस किलोमीटर दौड़ता हूं। मैंने सोचा कि 25 किलोमीटर दौड़ने में क्या हो जाएगा। मैं उस भावना को देखता हूं… मेरे दिल में उस समय अहंकार था… मगर भारत अहंकार को एकदम मिटा देता है। एक सेकेंड में मिटा देता है। तो हुआ क्या… दो-तीन दिन बाद मेरे घुटने में दर्द शुरू हो गया। मैं उठूं और दर्द… हर कदम में दर्द… मेरा अहंकार मिट गया… जो भेड़िया निकला था वो चींटी बन गया। रोज मैं डर-डर के चलूं कि क्या मैं कल चल पाऊंगा! जब भी यह डर बढ़ता था, कहीं न कहीं से कोई शक्ति मेरी मदद कर देती थी। ‘
कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को फिर से विवादों में आ गए । बताया जा रहा है कि उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान संसद में बीजेपी सांसदों को फ्लाइंग किस दिया।राहुल के रिएक्शन पर कई महिला सांसदों की तरफ से लोकसभा अध्यक्ष को शिकायत की गई है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी इसे अभद्रता बताया है।
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को सांसद के रूप में बहाल होने के बाद पहली बार पार्लियामेंट में अपना भाषण दिया। राहुल जब भाषण समाप्त होने के बाद बाहर लौट रहे थे तो एक ऐसा वाक्या हुआ, जिस पर महिला सांसदों ने आपत्ति जताई है। उस समय केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का भाषण चल रहा था. हालांकि, राहुल के रिएक्शन का वो क्षण कैमरे में कैद नहीं हुआ है लेकिन इस पल के गवाह रहे लोगों के अनुसार, जब राहुल गांधी अपने अविश्वास प्रस्ताव भाषण के बाद लोकसभा परिसर से बाहर निकल रहे थे तो उनकी कुछ फाइलें गिर गई थीं। जैसे ही वो उन्हें उठाने के लिए झुके तो कुछ बीजेपी सांसद उन पर हंसने लगे।इस पर राहुल गांधी ने बीजेपी सांसदों की तरफ फ्लाइंग किस दिया और हंसते हुए बाहर चले गए।
शाम को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अविश्वसनीय प्रस्ताव की बहस का जवाब देते हुए दो घण्टे तक बोलते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने मणिपुर में शांति के अथक प्रयास किए है। मैं स्वयं तीन दिनों वहाँ रहा और केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद जी तों लगातार तैइस दिनों तक वहाँ रहें। केन्द्र सरकार मणिपुर में शान्ति प्रयासों में कोई कमी नहीं रख रही है।उन्होंने राहुल गाँधी के आरोपों को नकारा और उनके आचरण की निन्दा की।
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