समाज में सहिष्णुता और धैर्य की अभूतपूर्व कमी आई है – डॉ बटवाल
*साहित्यकार श्री गेहलोत के व्यंग्य संग्रह “कीचड़ उछालना” का हुआ विमोचन*
मंदसौर से ऋषभ बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर। जिले के प्रमुख नगर पिपलिया मंडी के महावीरगंज में रविवार शाम शिक्षाविद एवं साहित्यकार श्री भगवती प्रसाद गहलोत के नवीन व्यंग्य संग्रह “कीचड़ उछालना” का विमोचन समारोह पूर्वक किया गया।
वरिष्ठ पत्रकार एवं जनपरिषद जिला संयोजक डा घनश्याम बटवाल, श्री नरेंद्र भावसार,श्री रमेशचंद्र चंद्रे, जिला प्रेस क्लब अध्यक्ष श्री ब्रजेश जोशी के आतिथ्य में विमोचन सम्पन्न हुआ।
समारोह अखिल भारतीय साहित्य परिषद, सेवानिवृत्त एवं पेंशनर महासंघ, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण इकाई एवं सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर साहित्यिक गोष्ठी का आयोजन भी हुआ जिसमें मंदसौर, पिपलियामंडी एवं आसपास के कवियों एवं साहित्यकारों ने रचना पाठ किया।
समारोह के मुख्य अतिथि डॉ बटवाल ने कहा कि आजकल समाज में असहिष्णुता बढ़ रही है, सहजता और धैर्य भी कम हो रहा है, ऐसे में सहज हास्य और व्यंग्य भी प्रभावित होता जा रहा है। राजनीतिक क्षेत्रों में स्पष्ट असर देखा जा रहा है।
डॉ बटवाल ने कहा हालात ये हो रहे हैं कि कोई किसी से कम नहीं तो कोई किसी को बर्दाश्त नहीं है। जबकि हास्य व्यंग्य जीवन से जुड़ी विधा है जो सच और यथार्थ से रूबरू कराती है, सटीक कटाक्ष करते हुए प्रहार करती है। आपने श्री गहलोत के व्यंग्य संग्रह की वर्तमान में उपयोगिता और सार्थकता की सराहना की।
जिला प्रेस क्लब अध्यक्ष श्री जोशी ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि व्यंग्य एक सशक्त और साहित्य की प्रभावी विधा है। प्रस्तुत संग्रह में विभिन्न ज्वलंत विषयों और समाज की व्याप्त विसंगतियों को रेखांकित करते हुए व्यंग्य माध्यम से प्रस्तुत किया है।
शिक्षाविद श्री चंद्रे, साहित्य परिषद जिला इकाई अध्यक्ष श्री भावसार ने विचार व्यक्त किये। इसके पूर्व लेखक श्री गेहलोत ने स्वागत उद्बोधन, अतिथि परिचय और व्यंग्य संग्रह पर प्रकाश डाला।
आरम्भ में सरस्वती चित्र पर अतिथियों द्वारा दीप दीपन कर माल्यार्पण किया।
साहित्यिक गोष्ठी में पिपलियामंडी के पंकज शर्मा “तरुण”, लक्ष्मीनारायण कराड़ा, देवीलाल सेठिया, कवि मुकेश निडर, श्रीमति शकुंतला धाकड़, अजीत पामेचा, बालूराम कराड़ा, जगदीश सोलंकी, भंवरलाल सैनी फ़ौजी एवं मंदसौर के गोपाल बैरागी, नंदकिशोर राठौर, लालबहादुर श्रीवास्तव, हरिओम बरसोलिया सहित अन्य कवियों ने रचनाओं की प्रभावी प्रस्तुति की।
इस अवसर पर नगर एवम अंचल के प्रबुद्ध जन सहित शिक्षाविद ओम प्रकाश गहलोत, श्रमजीवी पत्रकार संघ जिला अध्यक्ष प्रकाश बंसल, पत्रकार रमेश तेलकार, पंचवटी संपादक जगदीश पंडित, नईदुनिया भोपाल जिला ब्यूरोचिफ डॉ स्वप्निल ओझा, मनोज कसेरा, नटवर सिंह राठौड़, महिपाल सिंह भाटी, कमल परिसिंधिया, वासुदेव धनोतिया, अमृत लाल जैन, साहेब लाल पामेचा, ललित सोलंकी, अंकित गहलोत आदि गणमान्य उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी हरिप्रसाद गहलोत ने किया। आभार अंकित गहलोत ने माना।