CM Claimants in BJP: कम मजबूत नहीं गोपाल भार्गव का मुख्यमंत्री पद के लिया दावा,कैलाश विजयवर्गीय पहले ही दे चुके संकेत
दिनेश निगम ‘त्यागी’ की खास रिपोर्ट
विधानसभा चुनाव का नतीजा क्या आता है, यह तो बाद में पता चलेगा लेकिन फिलहाल पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर लाबिंग शुरू हो गई है। पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने इस पर दावा ठोंका था। अब प्रदेश के भाजपा के एक और कद्दावर नेता, प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने भी अपने गुरू को माध्यम बनाकर मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जता दी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा विधानसभा का चुनाव लड़ रहे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, सांसद राकेश सिंह और वीडी शर्मा भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार बताए जा रहे हैं। इनमेें वीडी शर्मा ही अब तक विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। नरेंद्र तोमर और प्रहलाद के समर्थक भी इन्हें भावी मुख्यमंत्री बताकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
गुरू के हवाल से यह बोले भार्गव
अपने क्षेत्र की एक सभा गोपाल भार्गव ने जो बात कही, वह सुर्खियों में आ गई। उन्होंने कहा कि गुरू की इच्छा है कि मैं एक और चुनाव लड़ूं। यह मेरा अंतिम चुनाव भी हो सकता है। इस बार भाजपा मुख्यमंत्री का चेहरा आगे कर चुनाव नहीं लड़ रही है। इसका मतलब है कि चुनाव के बाद कोई भी मुख्यमंत्री बन सकता है। भार्गव ने कहा कि शायद ईश्वर की यही मर्जी हो कि वह गुरू के आदेश से मुझे चुनाव लड़ाना चाहता है। हो सकता है कि चुनाव बाद मैं मुख्यमंत्री बन जाऊं। इस तरह भाजपा में मुख्यमंत्री पद का एक दावेदार और बढ़ गया।
*भार्गव का दावा कमजोर नहीं*
गोपाल भार्गव ने यह बात चाहे जिस संदर्भ में कही हो लेकिन मुख्यमंत्री पद पर उनका दावा कमजोर नहीं है। वे आठवीं बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं और कभी चुनाव नहीं हारे। उन्हें अपरोजय योद्धा की उपाधि हासिल है। उनका दावा इसलिए भी मजबूत है क्योंकि वे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का दायित्व निभा चुके हैं। गुरू को माध्यम बनाकर व्यक्त की गई उनकी इच्छा से उनके समर्थकों में भी उम्मीद की करण जाग गई है।
कैलाश, फग्गन ने ऐसे किया दावा
इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय कह चुके हैं कि मैं विधायक बनने के लिए चुनाव नहीं लड़ रहा। चुनाव बाद मुझे और बड़ी जवाबदारी मिलेगी। इसके बाद मैं बड़े काम करूंगा। उधर आदिवासी नेता और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का प्रचार ही उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट कर किया जा रहा है। उनके समर्थक बैनरों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के स्थान पर कुलस्ते का फोटो लगा रहे हैं।