विशेष टिप्पणी: कांग्रेस और भाजपा में अगली सूचियों को लेकर असमंजस्य बरकरार 

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विशेष टिप्पणी: कांग्रेस और भाजपा में अगली सूचियों को लेकर असमंजस्य बरकरार 

गोपेंद्र नाथ भट्ट की रिपोर्ट

 

राजस्थान विधान सभा चुनाव के लिए नवम्बर को होने वाले चुनाव के लिए सोमवार को चुनाव अधिसूचना जारी हो जायेंगी और इसके साथ ही चुनाव की विधिवत प्रक्रिया भी शुरू हों जायेंगी लेकिन प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस और प्रतिपक्ष भाजपा ने अभी तक राजस्थान विधान सभा की दौ सौ सीटों के लिए चुनाव अपने सभी उम्मीदवारों की घोषणा नही कर पा रही है जबकि छह नवम्बर नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख है। कांग्रेस और भाजपा ने अब तक क्रमशः 95 एवं 124 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी हैं लेकिन शेष नामों को लेकर अभी भी असमंजस्य बना हुआ है जबकि क्षेत्रीय पार्टियों ने भी अपने अधिकांश उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।राष्ट्रीय राजधानी में राजनीतिक सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार दोनों प्रमुख पार्टियाँ कांग्रेस और भाजपा भी अगले एक दिनों में अपने शेष उम्मीदवारों की अधिकांश उम्मीदवारी की सूचियाँ जारी कर देंगी।यें पार्टियाँ नौ नवम्बर को नाम वापस लेने की अन्तिम तिथि के बाद पूरी तरह से चुनाव प्रचार अभियान के लिए चुनावी मैदान में उतर जायेंगी।

 

नई दिल्ली में रविवार को कांग्रेस के 15 रकाब गंज( जीआरजी)  स्थित वार रूम में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई।बताया जाता है कि इस बैठक में शेष 105 उम्मीदवारों की सूची के प्रस्तावित पेनल पर चर्चा हुई । स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई और वरिष्ठ पर्यवेक्षक मधुसूदन मिस्त्री के साथ ही बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राजस्थान प्रभारी सुखजिंद्र सिंह रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, य पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और प्रदेश के तीनों प्रभारी अमृता धवन,काजी निजामुद्दीनऔर वीरेंद्र सिंह भी शामिल हुए ।

 

स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में मुख्य रूप से प्रदेश के स्वायत शासन शासन मंत्री धारीवाल,पीएचडी मंत्री डॉ.उसकोमहेश जोशी और राजस्थान पर्यटक विकास निगम केअध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ के नामों पर पर भी चर्चा हुई । 25 सितंबर की घटना के कारण इनके टिकट अटके हुए बताए जा रहें है।अंदरूनी सूत्रों के अनुसार इन तीनों नेताओं को टिकट देने को लेकर आपसी सहमति बनाए जाने और पार्टी अनुशासन समिति के नोटिस को वापस लेने की चर्चाएँ है लेकिन अभी तक कोई अन्तिम निष्कर्ष नही हों पाया है। अनुशासन समिति के नोटिस को वापस लेने और इन नेताओं को टिकट देने पर कांग्रेस हाई कमान के उच्च स्तर पर ही कोई फैसला होंगा।

 

बैठक में प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नारायण सिंह के पुत्र वीरेंद्र सिंह चौधरी को दातारामगढ़ और पूर्व विधान सभा अध्यक्ष श्रीमाधोपुर से विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत के पुत्र बालेंद्र शेखावत तथा नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल के पुत्र अमित धारीवाल और अन्य नेताओं के परिजनों को भी टिकट दिए जाने पर चर्चा हुई ।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को दिल्ली में बहुत सक्रिय रहें और उन्होंने हाई कमान के नेताओं से राजस्थान के कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम अन्तिम रूप से तय करने और चुनावी व्यूह रचना,प्रचार तथा रणनीति के बारे में विचार विमर्श किया। गहलोत का प्रयास है कि वर्तमान किसी विधायक का टिकट नही कटे और कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गाँधी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी कांग्रेस महामंत्री प्रियंका गाँधी के अलावा अन्य नेताओं के अधिक से अधिक प्रदेश चुनावी दौरें होवें ।

इधर जानकारी मिल रही है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के राजस्थान के तीन यात्राओं की तिथियाँ लगभग तय हों गई है और बारह चौदह और बाईस नवंबर को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में चुनावी रैलियाँ करेंगे।

 

बताया जा रहा है कि कांग्रेस एक और मुद्दा बनाने जा रही है जिसमें भाजपा द्वारा जाटों के प्रति दुर्भावना का आरोप लगाई जायेंगी। इसमें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के वहाँ ईडी के छापे डालना और डॉ सतीश पूनिया को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष से हटाना आदि को मुद्दा बनाया जायेगा।

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