ED’s Blast in Rajasthan: मंत्री, वरिष्ठ IAS और ठेकेदारों के 25 ठिकानों पर छापे

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ED's Blast in Rajasthan

ED’s Blast in Rajasthan: मंत्री, वरिष्ठ IAS और ठेकेदारों के 25 ठिकानों पर छापे

ED’s Blast in Rajasthan: राजस्थान में जहां एक और चुनावी शोर चल रहा है वहीं दूसरी और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापामार कार्रवाई भी जारी है।

ED ने आज सुबह जल जीवन मिशन घोटाले के मामले में जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी के ऑफिस और जलदाय विभाग के अपर मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल के घर और दफ्तरों में छापे मार कार्रवाई की।

बता दें कि राज्यसभा सांसद और भाजपा प्रत्याशी डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने जल जीवन मिशन में 20 हजार करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत ED को की थी। ED अब अन्य अधिकारियों और ठेकेदारों के ठिकानों पर भी कार्रवाई कर रही है।

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ED के अफसर शुक्रवार अलसुबह जलदाय विभाग के ACS सुबोध अग्रवाल के घर पहुंच गई। घर में सर्च की कार्रवाई शुरू करने के साथ ही सचिवालय स्थित उनके ऑफिस में भी सर्च की कार्रवाई शुरू की। मंत्री महेश जोशी के ऑफिस में सर्च की कार्रवाई की जा रही है। पिछले दिनों ED ने जल जीवन मिशन में हुए घोटालों के काफी दस्तावेज जुटाए थे। उन दस्तावेजों की जांच के दौरान कई संदिग्ध लेन देन होने के प्रमाण सामने आए जिसके बाद ED ने इस कार्रवाई को आगे बढ़ाया है।

करीब 5 महीने पहले राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने जल जीवन मिशन में 20 हजार करोड़ रुपए का घोटाला होने का आरोप लगाया था। डॉ. मीणा का आरोप है कि जिन फर्मों के पास काम का अनुभव ही नहीं है। ऐसी फर्मों को 900 करोड़ रुपए के टेंडर दे दिए गए। ब्लेक लिस्टेड कंपनियों को भी करोड़ों रुपए का काम दे दिए गए। डॉ. मीणा दस्तावेजों का पुलिंदा लेकर ED दफ्तर गए थे और उन्होंने लिखित में शिकायत दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की थी। उसके बाद से ED लगातार इस घोटाले की जांच कर रही है।

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बता दें कि अगस्त के पहले सप्ताह में ACB की टीम ने जल जीवन मिशन के ठेकेदार पदमचंद जैन द्वारा PHED के दो अफसरों को 2 लाख 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। इसके बाद इस घोटाले की परतें खुलती गई। चोरी के पाइप की लाइन बिछाकर नए पाइप बताते हुए करोड़ों रुपए के बिल भुगतान किए जाने की बात भी सामने आई थी। ACB के इस एक्शन के बाद ED भी हरकत में आई और ठेकेदार पदमचंद जैन से पूछताछ की गई। ठेकेदार के पास करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति के दस्तावेज भी मिले थे। ED अब एक एक कर सभी संदिग्ध अफसरों, कर्मचारियों और ठेकेदारों के कारनामों की जांच में जुटी है।