पौने 2 लाख रुपए के मौत के सामान MDMA के साथ युवक पकड़ाया!

इस काले कारोबार के नकाबपोशों तक पहुँचने में पुलिस के हाथ खाली क्यों है?

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MDMA

पौने 2 लाख रुपए के मौत के सामान MDMA के साथ युवक पकड़ाया!

रमेश सोनी की खास खबर

Ratlam : शहर की डीडी नगर पुलिस को मुखबिर से मिली सूचना पर एनफील्ड मोटरसाइकिल पर सवार होकर जाने वाले युवक को रोककर तलाशी लेने पर उसके पास 18 ग्राम MDMA जिसकी अनुमानित राशि 1 लाख 80 हजार रुपए है गिरफ्तार किया गया।

मामले में थाना प्रभारी डीडी नगर निरीक्षक सुरेंद्र गडरिया एवं चौकी प्रभारी हाट रोड अनुराग यादव ने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना पर रविवार को एक व्यक्ति जो काले रंग की रॉयल एन्फिएल्ड मोटर साइकिल से शहर के आबकारी कंपाउंड में आया जिसे घेराबंदी कर पकड़ा तो आरोपी मोहम्मद रिजवान पिता मोहम्मद अनीश खोखर (28) निवासी कलाईगर रोड़ की तलाशी ली गई जिसकी पेंट की जेब से MDMA 18 ग्राम जप्त किया गया तथा थाना दीनदयाल नगर पर अपराध क्रमांक 857/23 धारा 8/22 NDPS एक्ट में आरोपी के विरुद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गयाl

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आरोपी को पकड़ने में थाना प्रभारी डीडी नगर निरीक्षक सुरेंद्र गडरिया, चौकी प्रभारी हाट रोड अनुराग यादव, प्रधान आरक्षक हेमेन्द्र सिंह, मनोहर सिंह, गोपाल की सराहनीय भूमिका रही।

क्या कहते हैं प्रभारी

रविवार की सुबह 4 बजे शहर के आबकारी कम्पाउंड में एनफील्ड मोटरसाइकिल सवार युवक को रोककर तलाशी लेने पर उसके कब्जे से नशीला पदार्थ जब्त किया गया।
-अनुराग यादव

बता दें कि शहर के अधिकांश युवा वर्ग में नशें की लत लगी हैं। आखिर इन्हें यह ड्रग्स, एमडीएमए, नशीले पदार्थ कैसे मुहैय्या होते हैं गुनाहों के दलदल में काले कारनामों को करने में शहर के उच्च घरानों के युवक भी नहीं बचे हैं। 3-4 माह पूर्व में भी शहर के 2 युवकों को पुलिस ने पकड़ा था। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इस काले कारोबार के नकाबपोशों तक पहुँचने में पुलिस के हाथ खाली क्यों है?

सोने चांदी का व्यवसाय करने वालों को पकड़ा जा रहा है उन पर कड़ी नजरें हैं ऐसे में गुनाह की दुनिया में मौत का सामान बेचने वाले क्यों बच रहे हैं?

शहर में नशे की पुड़िया बेचने वाले हर क्षेत्र में डिलीवरी देने पहुँच जाते हैं। आखिर कहां से आता है यह मौत का सामान और कौन इसे जिले भर में सप्लाई करता है पुलिस को इस ओर ध्यान देने की वक्त की दरकार है।

क्या है MDMA

इसका पूरा नाम हैं- मेथिलीनडियोक्सी- मेथाएफेटामाइन।इसे कई दूसरे नामों से भी जाना जाता है-जैसे-मॉली (Molly), एक्स्टेसी (Ecstacy), एक्सटीसी (XTC). इसे लेने के बाद 35 से 45 मिनट में इंसान पर इसका असर नजर आने लगता है। इसे टैबलेट या कैप्सूल के रूप में लिया जाता है। कोई भी इंसान इसका आदी होगा या नहीं, यह निर्भर करता है कि वो इसकी कितनी मात्रा ले रहा है। लम्बे समय तक इसे लेने पर इंसान इसका आदी हो जाता है।

असर

MDMA एक सायकोएक्टिव कम्पाउंड हैं, जिसे लेने के बाद इंसान खुद को एनर्जी से भरा हुआ महसूस करता है। वह काफी खुश रहने लगता है, बातें अधिक करता है, उसे थकावट महसूस नहीं होती। उसकी सोच बदलने लगती है ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है और हार्ट बीट भी बढ़ती है।

नुकसान

इस ड्रग का असर दिमाग पर ऐसे होता हैं की नशा करने वाला, क्या कह रहा है वह खुद ही नहीं समझ पाता, आसान भाषा में समझें तो उसके सोचने-समझने की क्षमता गिरती जाती है, लम्बे समय तक यह ड्रग लेने पर लीवर, किडनी और हार्ट फेल की वजह बन सकता है इसलिए यह शरीर के कई दूसरे हिस्सों पर भी अपना असर छोड़ जाता है और मरीज की मौत भी हो सकती है।

साइड इफेक्ट

इस ड्रग का असर आमतौर पर 3 से 6 घंटे तक रहता हैं कुछ लोगों में और भी ज्यादा लम्बे समय तक रह सकता है। ड्रग का असर खत्म होने के बाद इसके कुछ साइड इफेक्ट हफ्तों तक रह सकते हैं। जैसे- डिप्रेशन, ड्रग दोबारा लेने की चाहत, ठीक से नींद न आना, गुस्सा आना, किसी चीज पर ध्यान न लगा पाना।