Laborer Now Millionaire : 41 मजदूर अब लखपति, बचाव मजदूरों और रेट माइनर्स को भी ईनाम!
सभी मजदूरों को घर जाने का किराया, दो महीने की वेतन सहित छुट्टी भी!
Uttarkashi : सिलक्यारा सुरंग से सकुशल निकाले गए 41 मजदूरों को नई जिंदगी मिलने के साथ आर्थिक संकट से भी निजात मिली है। सुरंग बनाने वाली कंपनी ‘नवयुग’ दो-दो लाख रुपए का मुआवजा देगी। सभी मजदूरों को दो महीने के वेतन के साथ छुट्टी भी दी जाएगी। बचाव अभियान में शामिल रहे मजदूरों को भी कंपनी दो महीने का बोनस देगी।
सुरंग में 17 दिन बंद रहे 41 मजदूरों को उत्तराखंड सरकार ने पहले ही एक-एक लाख का मुआवजा, अस्पताल खर्च और आने-जाने का किराया दे रही है। गुरुवार से इन मजदूरों को उनके घर भेजने का काम भी शुरू हो गया है। सभी 41 मजदूरों की चिकित्सा जांच के बाद यह बात सामने आया कि सभी स्वस्थ हैं। किसी को भी 17 दिनों की कैद के बाद भी मानसिक या शारीरिक परेशानी नहीं आई।
उत्तराखंड सरकार ने इन मजदूरों की जान बचाने वाले रेट माइनर्स को भी 50-50 हजार का इनाम देने की घोषणा की। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेट माइनर्स को धन्यवाद देते हुए उनकी मैन्युअल खुदाई की प्रशंसा की है। नवयुग कंपनी भी इन रेट माइनर्स को दो माह का बोनस देगी। सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने में सबसे बड़ा योगदान रेट माइनर्स का रहा। इन्होंने 21 घंटे में 12 मीटर की खुदाई अपने हाथ से ही कर डाली।
ये वही खुदाई थी जहां आकर आगर मशीन भी आकर फेल हो गई। हर प्लेट की मशीन की टूट गई थी। जब कोई चारा ही नहीं सूझ रहा था कि अचानक माइनर्स ने बाजी ही पलट दी। जबकि, इस तरह के खनन पर 2014 में आधिकारिक रूप से रोक लगा दी गई थी, क्योंकि, इसमें खदान के धंसने का खतरा होता है। कोयले की कई खदानों में ऐसे हादसे हुए भी हैं।