मोदी मैजिक के सामने कांग्रेस के दिग्गज हुए ढेर,7 बार के विधायक भी टिक नहीं सके
भोपाल। वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में मोदी मैजिक के चलते दो दशक के बाद बीजेपी को प्रदेश में इतना बड़ा प्रचंड बहुमत मिला। प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी के सामने कांग्रेस के सारे दावे केवल कागजी घोड़े ही साबित हुए। मोदी सुनामी का असर मतदाताओं के सर पर ऐसा चढ़ा कि कांग्रेस के एक दर्जन दिग्गज नेता सियासत के संग्राम में हार गए। लहार विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के कददावर नेता डॉक्टर गोविंद सिंह सात बार विधायक रह चुके मौजूदा समय में नेता प्रतिपक्ष थे, लेकिन मोदी लहर के सामने इस बार वह टिक नहीं पाये। भाजपा के उम्मीदवार अंबरीश शर्मा ने कांग्रेस नेता को 12 हजार से अधिक वोटो से चुनाव हरा दिया। मालवा अंचल से कांग्रेस के दिग्गज नेता सज्जन सिंह वर्मा तत्कालीन कमलनाथ सरकार में मंत्री रह चुके लेकिन विधानसभा चुनाव हार गए। सोनकच्छ विधानसभा से सज्जन वर्मा को बीजेपी उम्मीदवार राजेश सोनकर ने 25 हजार से अधिक अंतर से हराया। पवई विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के लंबे समय से विधायक रह चुके मुकेश नायक को बीजेपी उम्मीदवार प्रहलाद लोधी ने 22 हजार से अधिक वोटो से हराने में सफल रहे। कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलेश्वर पटेल इस बार 16 हजार वोटों से चुनाव हार गए। महेश्वर विधानसभा सीट पर दबदबा रखने वाली कमलनाथ सरकार में मंत्री रह चुकी विजय लक्ष्मी साधों को भाजपा के राजकुमार मेव ने 5 हजार से अधिक मतों से मात दे दी। साधों पांच बार से विधायक रह चुकी है। वर्ष 2018 में कांग्रेस सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रह चुके एनपी प्रजापति को भाजपा उम्मीदवार महेन्द्र नागेश से हार का सामना करना पड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह भी इस बार मोदी सुनामी के सामने टिक नहीं पाए। भाजपा की प्रत्याशी प्रियंका मीना से 61 हजार से अधिक वोटों से चुनाव हार गए। इसके साथ ही हुकुम सिंह कराडा, केपी सिंह और जीतू पटवारी भी इस बार कांग्रेस की नैया पार लगाने में कामयाब नहीं हो पाए।