Bulldozer on Mukhtar Ansari’s Properties: मुख्तार अंसारी की 605 करोड़ की संपत्ति जब्त या ध्वस्त, 7 मामलों में सजा
Gajipur : एक समय UP के कुख्यात माफिया रहे मुख्तार अंसारी के विरुद्ध योगी सरकार की सख्त एक्शन के कारण 605 करोड़ की संपत्ति जब्त या ध्वस्त की जा चुकी है। अंसारी को 7 मामलों में सजा हो चुकी है और अरबों की संपत्ति पर कानून का ‘बुलडोजर’ चला है।
योगी आदित्यनाथ सरकार में सितंबर 2022 से लेकर अब तक माफिया मुख्तार के खिलाफ न्यायालय में चल रहें केसों में से 7 में उसे सजा हो चुकी हैं। इसके साथ ही माफिया अंसारी के गुनाह के साम्राज्य को मटियामेट करने की कार्रवाई लगातार चल रही हैं। क्राइम वर्ल्ड के अलग-अलग काले कारनामों से अर्जित पैसे से खड़ा मुख्तार का एम्पायर (साम्राज्य) अब एक-एक कर ध्वस्त हो रहा हैं।
बता दें कि मुख्तार गैंग की 605 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को सरकार अब तक जब्त और ध्वस्त करा चुकी है।
माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और उसके गैंग के सदस्यों पर गैंगस्टर ऐक्ट की धारा 14(1)के तहत कार्रवाई बड़े पैमाने पर हुई हैं। इसके परिणाम स्वरूप 317 करोड़ 97 लाख की प्रॉपर्टी सीज की गई हैं। 287 करोड़ की संपत्ति को कानूनी कार्रवाई करते हुए ध्वस्त कर दिया गया। इनमें वह प्रॉपर्टी भी शामिल है, जो मुख्तार और उसके सहयोगियों के अवैध कब्जे मुक्त कराई गई हैं। वहीं मुख्तार के सहयोग से चलने वाले ठेके, टेंडरिंग और अन्य अवैध कार्य पर भी पुलिस ने व्यापक अंकुश लगाया हैं। इस सब पर रोक लगाए जाने से माफिया और उसके गैंग को 215 करोड़ का अनुमानित नुकसान हुआ हैं।इसके अलावा मुख्तार के 186 सहयोगियों की अब तक गिरफ्तारी हो चुकी हैं।
पुलिस के आकस्मिक एक्शन की खौफ से मुख्तार गैंग के 18 सदस्यों ने आत्मसमर्पण पिछले कुछ समय मे किया हैं। पुलिस ने इस गैंग से जुड़े लोगों के 175 अवैध हथियारों को भी जब्त कर लिया। साथ ही गैंग के 5 शूटर पुलिस मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं। गाजीपुर के पॉश इलाके महुआबाग में मुख्तार अंसारी की और से निर्माण कराए गए, गजल होटल को प्रशासन ने मास्टर प्लान की अवहेलना के आधार पर ढ़हा दिया था। इस होटल के पहले तल को ढहाया गया था।
बताया जाता है कि मुख्तार अंसारी गैंग का दखल कोयले के कारोबार, अवैध रूप से बस और टैक्सी स्टैंड का संचालन। रेलवे और पीडब्ल्यूडी की ठेकेदारी में भी था। अंसारी के खुद की कंस्ट्रक्शन फर्म, विकास कंस्ट्रक्शन पूर्वांचल के बड़े-बड़े ठेकों में दखल रखती थी।