बालकनी से आज सुबह का सूरज

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अलविदा 2023...
बीते हर पल की यादे संजोये
मीठी सी थाप दे लोरी सुनाये,
जैसे धीरे से सुनहरी किरण
ओस की हर बूंद पर लिपटी,
उतने ही समर्पण से
हर पल खुशियों से भिगोता रहा,
सच,
बहुत संभाला इस साल ने हमे।

बालकनी से आज सुबह का सूरज।

विम्मी मनोज

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