Former CM’s Father Passes Away : छत्तीसगढ़ के पूर्व CM के पिता का निधन, सुबह 6 बजे अंतिम सांस ली!

तीन महीने से अस्पताल में थे, ब्रेन और स्पाईन से सम्बंधित पुरानी बीमारी से पीड़ित!

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Former CM’s Father Passes Away : छत्तीसगढ़ के पूर्व CM के पिता का निधन, सुबह 6 बजे अंतिम सांस ली!

Raipur : सोमवार सुबह 6 बजे छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार का बघेल का 89 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने रायपुर के बालाजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे 3 महीने से बीमार थे। भूपेश बघेल दिल्ली दौर पर थे। निधन की सूचना मिलते ही वे रायपुर लौट रहे हैं। नंदकुमार बघेल को ब्रेन और स्पाईन से सम्बंधित पुरानी बीमारी थी।
श्रीबालाजी हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. दीपक जायसवाल ने बताया कि नंद कुमार बघेल लंबे समय से अस्वस्थ थे और काफी कमजोर थे। उन्होंने आज सुबह आखिरी सांसें लीं। वहीं उनके निधन के बाद पूर्व सीएम काफी भावुक हैं। 21 अक्टूबर 2023 बालाजी हॉस्पिटल मोवा रायपुर में भर्ती हुए तो उन्हें दिमाग में खून का थक्का जमा था और उन्हें निमोनिया था और पूरे शरीर में इन्फेक्शन फैला था जिसे सेप्टिसिमिया कहते हैं। जिसकी वजह से नंदकुमार बिस्तर में पड़ गए और इन्हें वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उनके निधन पर दुख जताया है।

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ब्राह्मण विरोधी कि छवि
नंदकुमार बघेल चाणक्य, राहुल सांकृत्यायन और पंडित जवाहरलाल नेहरु को अपना आदर्श बताते रहे। कभी सर्वोदय आंदोलन से जुड़े रहे नंदकुमार बघेल ने जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में भी भाग लिया। बाद के दिनों में वो कई सामाजिक आंदोलनों से जुड़े रहे। 8 सितंबर 2021 को आगरा गिरफ्तार कर रायपुर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। उनपर ब्राह्मणों को लेकर विवादित बयान देने का आरोप था। इसके बाद भूपेश बघेल ने कहा था कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।

दुर्ग लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा
नंदकुमार ने कभी भी राजनीति में सक्रिय रूप से भाग नहीं लिया। सिर्फ एक बार 1980 के दशक में उन्होंने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में दुर्ग लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। नंद कुमार बघेल का जीवन भी काफी विवादों में रहा है। नंद किशोर ने ‘ब्राह्मण कुमार रावण को मत मारो’ नाम की एक किताब भी लिखी थी। इस किताब पर भी काफी बड़ा विवाद हुआ था। उन्होंने किताब के माध्यम से ये साबित करने की कोशिश की थी कि राम गलत थे और रावण को मारना गलत था। इस किताब को लेकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया था और 24 दिनों तक वह जेल में भी रहे। वहीं राम को लेकर ही विवादित बयान देने पर खुद भूपेश बघेल ने उन्हें जेल भिजवा दिया था।