New Initiative Of Collector Ashish Singh: TL बैठक में विभागीय अधिकारी देंगे किए गए कार्यों, समीक्षा एवं भ्रमण के संबंध में प्रेजेंटेशन

कलेक्टर श्री आशीष सिंह की अध्यक्षता में टीएल बैठक संपन्न

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New Initiative Of Collector Ashish Singh: TL बैठक में विभागीय अधिकारी देंगे किए गए कार्यों, समीक्षा एवं भ्रमण के संबंध में प्रेजेंटेशन

इंदौर: प्रत्येक टीएल बैठक में रोस्टर अनुसार एसडीएम एवं विभागीय अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रवार एवं विभागीय दायित्वों के तहत सप्ताह भर किए गए कार्यों, समीक्षा एवं भ्रमण के संबंध में प्रेजेंटेशन देंगे। भ्रमण एवं इंस्पेक्शन के दौरान पाई गई कमियों और उस संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में भी विस्तृत जानकारी प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी जायेगी। आगे आने वाले समय में एक ऐप भी निर्मित किया जाएगा जिसमें यह जानकारी जिओ टैगिंग/टाइम स्टंपिंग के माध्यम से दी जा सकेगी। यह निर्देश आज नवागत कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित टीएल बैठक में दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री सिद्धार्थ जैन, अपर कलेक्टर श्रीमती निशा डामोर, श्रीमती सपना लोवंशी, श्री राजेन्द्र रघुवंशी, श्री रोशन राय सहित सभी एसडीएम एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने जिला उद्योग केंद्र अधिकारी को निर्देश दिए की स्वरोजगार योजना के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में हितग्राहियों का चयन कर उन्हें पंचायत स्तर पर लघु उद्योग स्थापित करने के लिए बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य होगा कि पंचायत स्तर पर अधिक से अधिक संख्या में लघु उद्योग स्थापित हो, इससे वहां का विकास भी होगा और स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने सभी राजस्व अधिकारियों को बताया कि माननीय उच्च न्यायालय में मेडिएशन के माध्यम से कई मामलों का निराकरण किया जा रहा है। इसी तर्ज पर राजस्व मामले, भरण पोषण संबंधित मामले तथा अन्य विषयों पर भी मेडिएशन के माध्यम से उनका निराकरण किया जा सकता है। इसके लिए सभी राजस्व अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा साथ ही ऐसे राजस्व अधिकारी जो सेवा सेवानिवृत्त हैं और इस अभियान में जुड़ना चाहते हैं, उनको भी प्रशिक्षण देकर मेडिएशन का कार्य कराया जा सकता है। इससे राजस्व न्यायालय एवं जनसुनवाई में आने वाले मामलों की संख्या में कमी आ सकेगी और लोगों की समस्याओं का त्वरित निराकरण भी हो सकेगा।

नदी प्रदूषण के प्रति प्रशासन अपनाएगा जीरो टॉलरेंस

कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मंशा अनुरूप नदियों को प्रदूषित करने वाले उद्योगों के प्रति प्रशासन जीरो टॉलरेंस का रुख अपनाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी उद्योग जो अपशिष्ट पदार्थ बिना किसी उपचार के सीधे नदियों में प्रवाहित कर रहे हैं उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

रैन बसेरों में लगाए जाएंगे मेडिकल कैंप्स

कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने कहा कि सर्दी ज्यादा होने के कारण सभी एसडीएम एवं तहसीलदार यह सुनिश्चित करें कि ऐसे सभी बेघर जो सड़क किनारे सो रहे हैं उनको रैन बसेरों में भेजा जाए। ऐसे सभी जरूरतमंद व्यक्तियों को कंबल भी वितरित किये जाएं। जरूरतमंद एवं बेघर व्यक्तियों की सहायता संवेदनशीलता के साथ की जाये। उन्होंने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि जिले के सभी रैन बसेरों में मेडिकल कैंप्स का आयोजन करें साथ ही स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से जिन व्यक्तियों में बीमारी जांच के दौरान पाई जाती हैं उनका उपचार भी सुनिश्चित कराया जाए। यह स्वास्थ्य शिविर नियमित रूप से लगाये जायें।

सामान्य दृष्टि के साथ किया जाए लोगों की समस्याओं का निराकरण

कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने कहा की नागरिकों की समस्याओं के निराकरण में कोई भेदभाव ना दिखाया जाए, सभी जनों को सामान्य दृष्टि से देखा जाए। राजस्व संबंधी सभी लंबित प्रकरणों का समय सीमा अंतर्गत निराकरण किया जाए जिसमें विशेष तौर पर सीमांकन के प्रकरण अनावश्यक रूप से लंबित न रखें जाएं। सभी राजस्व अधिकारी सुनिश्चित करें कि उनके अधीनस्थ कर्मचारी पूर्ण जिम्मेवारी के साथ अपने कार्यों का निर्वहन करें। आरसीएमएस पोर्टल पर लंबित आवेदनों की संख्या को जल्द से जल्द कम किया जाए।

सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान महाविद्यालयों में लगाए जाएंगे शिविर

कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए की 11 से 17 जनवरी के बीच आयोजित किये जा रहे हैं सड़क सुरक्षा सप्ताह के माध्यम से विद्यालय एवं महाविद्यालयों में ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने हेतु शिविर लगाया जाए। नागरिकों को यातायात नियमों के बारे में जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि 11 से 15 जनवरी के मध्य युवा दिवस एवं मकर संक्रांति के अवसर पर परंपरागत खेलों का आयोजन किया जाएगा, इसी के साथ ही सफाई अभियान भी चलाया जाएगा।

परिणामोन्मुखी होगा जिला प्रशासन का रुख

कलेक्टर श्री सिंह ने सभी अधिकारियों को जिला प्रशासन की प्राथमिकताएं स्पष्ट की तथा उन्ही प्राथमिकताओं के अनुरूप कार्य करने के दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा की प्रशासन की प्रमुख प्राथमिकता आमजनों की समस्याओं का समय सीमा अंतर्गत निराकरण करना है। यदि कोई कार्य आपको दिया जाता है, तो उसपर तुंरत एक्शन लें। किसी कारणवश अगर वो कार्य नही किया जा सकता तो कृपया वैध और वास्तविक कारणों का उल्लेख करें। कार्य को बिना कारण लंबित ना रखें। उन्होंने कहा कि प्रशासन का रुख परिणामोन्मुखी होना चाहिए। हम जो कार्य कर रहे हैं धरातल पर उनके परिणाम दिखने चाहिए। प्रत्येक अधिकारी एवं उनके अधीनस्थ कार्य करने वाले अधिकारी तथा कर्मचारी, कार्यालय में आने वाले नागरिकों से सीधा संवाद रखे। उनकी समस्याओं को संवेदनशीलता के साथ समझे और उनका यथासंभव निस्तारण करें। अच्छा कम्युनिकेशन होना अत्यंत आवश्यक है।