Dismissed From Service – सब इंस्पेक्टर सहित 4 पुलिस कर्मी फर्जी मामले में दोषी, नौकरी से बर्खास्त

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मंदसौर से डॉ. घनश्याम बटवाल की ख़ास ख़बर

मंदसौर। प्रदेश के भोपाल-इंदौर संभागों में पुलिस कमिश्नर प्रणाली प्रभावशील हुई है । इधर पुलिस बल की कारगुजारियों में नीमच जिले के जावद थाना क्षेत्र में 17 नवम्बर 2020 के एक मामले में विभागीय जांच में सब इंस्पेक्टर एवं तीन पुलिस आरक्षक दोषी पाए गए हैं।

रतलाम रेंज के अंतर्गत घटित मामले में डीआईजी सुशांत सक्सेना ने शुक्रवार को चारों दोषियों को पुलिस सेवा से पृथक करने का आदेश दिया है।

ज्ञातव्य है कि नीमच के व्यापारी अक्षय गोयल को मादक द्रव्य पदार्थ के फर्जी मामले में फंसाया गया और प्रताडित करते हुए जबरन वसूली करने का प्रयास किया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए मंदसौर विधायक यशपालसिंह सिसौदिया से सम्पर्क किया तब तत्काल श्री सिसोदिया द्वारा मुख्यमंत्री, गृहमंत्री एवं डीजीपी के संज्ञान में लाया गया और ट्वीट कर कार्यवाही की मांग उठाई।

प्रकरण अनुसार दिनांक 17-11-2020 की प्रातः जिला नीमच में थाना जावद पर पदस्थ उ नि कमलेश गौड़ एवं उनकी टीम द्वारा अन्य थाना बघाना क्षेत्रांतर्गत जाकर नीमच के व्यापारी अक्षय गोयल को वाहन में मादक पदार्थ मिलने की बात कह कर विधिविरुद्ध तरीके से अभिरक्षा में लिया गया व उन्हें अशासकीय स्थान पर निजी मकान में ले जाकर रखा गया। इस संबंध में स्थानीय थाने को भी किसी प्रकार की सूचना नहीं दी गई।

व्यापारी अक्षय गोयल के परिजनों द्वारा उनके अपहरण की आशंका व्यक्त करते हुए थाना नीमच कैंट में गुमशुदगी दर्ज कराई गई। परिचित मंदसौर विधायक श्री सिसौदिया को अवगत कराया।

प्राथमिक जांच के दौरान उ नि कमलेश गौड़, आर08 सतीश कुशवाह, आर 230 चंदन सिंह, आर 231 कमल सिंह एवं आर 86 आनंदपाल सिंह दोषी पाए जाने से उनके विरुद्ध विभागीय जांच संस्थित की गई। जांच में दोषी पाकर पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया गया।

विभागीय जांच में अधिरोपित आरोप प्रमाणित पाए जाने से विधिविरुद्ध कार्यवाही व संदेहास्पद आचरण प्रदर्शित कर आम जन में विभागीय छवि धूमिल करने के लिए उ नि कमलेश गौड़, आर08 सतीश कुशवाह, आर 230 चंदन सिंह, आर 231 कमल सिंह एवं आर 86 आनंदपाल सिंह को उप पुलिस महानिरीक्षक रतलाम रेंज के द्वारा दिनांक 10-12-21 को ‘सेवा से पृथक्’ किया गया है।

नीमच पुलिस अधीक्षक सूरज वर्मा ने डीआईजी रतलाम रेंज के आदेश की पुष्टि की है।

नीमच जिले के पुलिस कर्मियों की बर्खास्तगी पर विधायक श्री यशपालसिंह सिसोदिया ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा एवं पुलिस महानिदेशक विवेक जोहरी के प्रति आभार माना है।

श्री सिसोदिया ने इस प्रतिनिधि को बताया कि मालवा अंचल में मादक द्रव्यों के मामले में झूंठे प्रकरण बनाये जाने से  सरकार और पुलिस की छबि बिगाड़ने का काम होता है।

नीमच व्यापारी अक्षय गोयल बैडमिंटन खेलने गये और पुलिस ने अपने थाना क्षेत्र सीमा से बाहर जाकर फर्जी मामले की रूपरेखा गढ़ ली।

आपने कहा कि व्यापारी पर मामला एनडीपीएस में दर्ज़ होजाता तो उसका केरियर बर्बाद हो जाता।

ऐसे ही एक अन्य मामले में मंदसौर जिले में पदस्थ सब इंस्पेक्टर गोपाल गुणावद द्वारा आभूषण व्यापारी को जबरन पकड़ कर बैठा लिया और गोल्ड ज्वेलरी कब्जे में ले ली । वह भी जांच में दोषी पाए गए।

उन्हें भी पुलिस जांच आधार पर बर्खास्त किया गया।