Negligence in Construction of Smart City Project : MOG लाइन में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में सड़क तक कब्जा!
इंदौर। शहर के पश्चिमी इलाके का महत्वाकांक्षी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट अफसरों और ठेकेदारों की लापरवाही कि भेंट चढ़ रहा है। स्मार्ट सिटी कंपनी ने कॉन्ट्रैक्ट पर दिए काम को एजेंसी ने रोड तक बना दिया। सड़क तक हो चुके आरसीसी निर्माण को निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी के इंजीनियर कच्चा निर्माण बताकर टालमटोली कर रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि काम तो अभी तक शुरू ही नहीं हुआ है। सुप्रीडेंटिंग इंजीनियर का तो यहां तक कहना है कि अभी एमओजी लाइन इलाके के प्रोजेक्ट को तो अनुमति ही नहीं दी गई।
इससे बड़ा आश्चर्य और क्या हो सकता है कि यह निर्माण छत हाइट तक हो गया और इंजीनियर कह रहे हैं कि अभी तो काम शुरू ही नहीं हुआ। इससे साफ़ लगता है कि कॉन्ट्रैक्ट देने के बाद निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी के इंजीनियर और अधिकारी मौका निरीक्षण ही नहीं करते या फिर सारा काम मिलीभगत से हो रहा है।
जानकारी के अनुसार स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत एमओजी लाइन में निर्माण कार्य शुरू हो गया। सबसे पहले वैष्णव पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास दुकानों जैसा स्ट्रक्चर बनाया जा रहा है। पक्की स्लैब भरकर और आईसीसी की ईंटों को सीमेंट रेती से जोड़कर निर्माण हो रहा है। ये स्ट्रक्चर बीम-कालम के सहारे छत निर्माण तक पहुंच गया। कान्ट्रैक्टर एजेंसी ने सड़क तक आईसीसी का निर्माण कर दिया, जिससे रोड पर जाम लगना शुरू हो गया। इतने निर्माण को भी स्मार्ट सिटी कंपनी के इंजीनियर कच्चा और अस्थाई निर्माण बता रहे हैं।
ऑफिस में बैठकर ही मॉनिटरिंग
स्मार्ट सिटी कंपनी के इंजीनियर के इस गैर जिम्मेदाराना बयान से लगता है कि वे कॉन्ट्रैक्ट देने के बाद मौके का निरीक्षण तक नहीं करते। इसी का नतीजा है कि वे इस आरसीसी निर्माण को भी कच्चा और अस्थाई निर्माण बता रहे हैं। इंजीनियर तो यह भी कह रहे हैं कि काम तो अभी शुरू ही नहीं हुआ। शायद इसी का नतीजा है कि स्मार्ट सिटी के कई प्रोजेक्ट में भी भारी लापरवाही सामने आई।
आसपास के निर्माण से भी दो कदम आगे
ठेकेदार एजेंसी ने आसपास बने पुराने निर्माण से भी दो कदम आगे रोड तक निर्माण कर लिया, जिससे सड़क संकरी हो गई और जाम की स्थिति बनने लगी। रहवासियों ने इसका विरोध किया तो ठेकेदार मौके से गायब हो गया। वहीं अधिकारियों को तो इसकी खबर तक नहीं है। यह भी जानकारी मिली कि निर्माण करवा रहा ठेकेदार अपने आपको पत्रकार बताकर धमका रहा है और स्मार्ट सिटी के अफसर उसकी बातों में आकर उसके अवैध निर्माण कि अनदेखी कर रहे हैं।
पार्षद ने कमिश्नर को पत्र लिखा
सड़क पर जाम न लगे और स्थानीय रहवासी और राहगीरों को परेशानी न हो, इसलिए पार्षद हरप्रीत कौर लूथरा ने निगम कमिश्नर हर्षिका सिंह को पत्र लिखकर मौके पर किए गए निर्माण की जानकारी दी है। साथ ही इसे अतिक्रमण बताते हुए जनहित में हटाने की मांग की है।
अभी अनुमति ही नहीं दी
स्मार्ट सिटी के सुप्रीडेंटिंग इंजीनियर डीआर लोधी का कहना है कि एमओजी लाइन प्रोजेक्ट में तो अभी परमिशन ही नहीं दी गई। बिना परमिशन के कैसे निर्माण कार्य शुरू हो सकता है। फिर भी दिखवा लेते हैं। जबकि, स्मार्ट सिटी के इंजीनियर अनूप विजयवर्गीय का कहना है कि अभी तो ठेकेदार ने कच्चा और अस्थाई निर्माण किया है, वह इसे बाद में हटा लेगा।