Snatching Incidents Increased : शहर में मोबाइल और चेन स्नेचिंग घटनाएं ज्यादा बढ़ी!
Indore : पुलिस कमिश्नरी लागू करने के पीछे मूल मकसद अपराधों पर नियंत्रण करना था, लेकिन पुलिस की निष्क्रियता से योजना विफल हो गई। अपराधों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। बदमाशों पर रासुका, जिलाबदर और बांड ओवर की कार्रवाई भी काम नहीं कर रही।
बढ़ती वारदातों को रोकने प्रमुख मार्गों, घरों, प्रतिष्ठानों के बाहर, चौराहों को सीसीटीवी कैमरे से लैस कराया गया, ताकि अपराधी को जल्द पकड़कर सलाखों के पीछे धकेल सके, इसके बावजूद सबसे ज्यादा अपराध मोबाइल, चेन और मंगलसूत्र स्नेचिंग के दर्ज हो रहे हैं। शहर में एक जनवरी से 15 फरवरी तक स्नेचिंग की 50 शिकायतें थानों में दर्ज हो चुकी है। अधिकांश मामले दिनदहाड़े हुए हैं। वारदात के बाद बदमाश भागने में भी सफल रहे हैं।
लोगों में भय पनप रहा
स्नेचिंग की वारदातों से आमजन में भय पनप रहा है। कब बदमाश वारदात को अंजाम दे, यह कोई नहीं बता पाता। हालत इतने बदतर हो गए हैं कि राहगीर और वाहन चालक कॉल आने पर बात करने से डरता है। महिलाएं दोपहिया वाहन से डरती-डरती निकलती है।
कोई कारगर योजना नहीं
स्नेचिंग के साथ ही वाहन चोरी की घटनाओं ने भी पुलिस की नाक में दम कर रखा है। दोनों घटनाओं को रोकने पुलिस ने अब तक कोई कारगर योजना नहीं बनाई है। यदाकदा मुखबिर की सूचना पर बदमाश पकड़े जाते हैं तो पुलिस वाहवाही लूटने लगती है। एडिशनल डीसीपी झोन-दो अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि स्नेचिंग की वारदातों को रोकने पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। कई बदमाशों को पकड़ा गया है। जिन क्षेत्रों में ज्यादा वारदात होती है, वह सादी वर्दी में जवान तैनात किए जाएंगे।