Rahul Gandhi in Badnawar : भाजपा ने आदिवासियों को वनवासी कहना शुरू किया, जबकि आप हिंदुस्तान के असली मालिक!
बदनावर से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
Badnawar (Dhar) : राहुल गांधी की भारत जोड़ो में यात्रा बुधवार को धार जिले के बदनावर पहुंची। राहुल गांधी ने अपने भाषण में उद्योगपति, युवा बेरोजगारी और जाति जनगणना के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के स्वागत को लेकर खासा उत्साह देखा गया। बदनावर नगर के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल तैनात रहा। गांधी ने 16 मिनट भाषण दिया।
सभा को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की चाबी दिल्ली में है। उनके हाथ में स्टेरिंग नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में ऐसे पटवारी बन गए, जिनको जिले के नाम तक नहीं मालूम। मप्र में पैसे लेकर पास किया जाता है। कल सरकार ने नियुक्ति पत्र दिए। ये युवाओं के साथ धोखा किया जा रहा है। कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने कहा कि एमपी में एग्जाम से डर नहीं लगता, घोटालों से डर लगता है। पता नहीं परीक्षा हो जाएगी तो रिजल्ट आएगा या नहीं।
उन्होंने कहा कि भाजपा की विचारधारा गरीब और दलितों को अपमानित करने की हैं। भाजपा ने आदिवासियों को वनवासी कहना शुरू किया, जबकि जो व्यक्ति जमीन का सबसे पहला मालिक था। वे आपको आदिवासी नहीं कहना चाहते हैं। यदि वे आपको आदिवासी कहेंगे तो आपको जल, जंगल और जमीन का हक देना पड़ेगा। आप वनवासी नहीं हिंदुस्तान के असली मालिक हैं। वनवासी का मतलब वो लोग जो जंगल में रहते हैं। आदिवासी, वनवासी नहीं है, जबकि हिंदुस्तान के मालिक हैं। हमने ट्राइबल बिल, जमीन हक, पैसा कानून और जंगल में हक दिया। क्योंकि, हम आपको आदिवासी मानते हैं। भाजपा का कहना है कि आप वनवासी है। हम आपको ना जल, जंगल और जमीन देंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि मध्य प्रदेश में 24% आदिवासी हैं और देश में 8 प्रतिशत। लेकिन, हिंदुस्तान की सबसे बड़ी कंपनियों के मालिकों की लिस्ट निकालें। 200 मालिकों में से आपको एक भी आदिवासी मालिक नहीं मिलेगा। यदि हमारी सरकार बनती है तो जाति जनगणना और किसानों की फसल पर एमएसपी लागू करेंगे। इसके लिए कानून भी बनाएगे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि आप अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल कालेज को फीस टाइम पर जमा करते हैं। लेकिन, रोजगार मिलने का टाइम आता है तो कहते हैं कि रोजगार नहीं हैं। नोटबंदी के कारण छोटे बिजनेस बंद हो गए। देश में पूरा काम दो-तीन अरबपतियों के लिए हो रहा है। यदि सब कुछ बदलना हैं तो देश में जाति जनगणना की जाना चाहिए। जनगणना, हरित क्रांति और सफेद क्रांति जितना बड़ा कदम हैं। हम चाहते हैं कि इस देश में सामाजिक, आर्थिक और किसानों के साथ न्याय हो।
खरगे ने भाजपा और मोदी को घेरा
कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा राहुल गांधी पर दिए गए बयान पर कहा कि सबसे पहले शिवराज चौहान को यह बताएं कि उन्हें मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया गया। पहले इसका कारण बताओ। फिर हम उत्तर देंगे। शिवराज सिंह यह भूल गए हैं कि उनके मुख्यमंत्री रहते हुए करोड़ों का व्यापमं घोटाला हुआ। हमने कई बार सदन में यह मुद्दा भी उठाया था।
खरगे ने आगे कहा कि जल, जंगल और जमीन पर यह लोग कब्जा कर रहे हैं। जल, जंगल, जमीन पर आप सबका हक है। मध्य प्रदेश में तीन लाख से अधिक वन अधिकारी पट्टे खारिज किए हैं। जो लोग जंगल, जमीन लूटते हैं। वो क्या गरीबों के लिए कार्य कर सकते हैं। भाजपा पहले गरीबों का अपमान करती है। फिर उसे सम्मान देने का झूठा नाटक करती है। हाथी के दांत खाने के अलग होते हैं और दिखाने के अलग होते हैं। ऐसा ही चरित्र भाजपा का है।
नौकरी देने के वादे का क्या हुआ
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी दिनभर कहते हैं गारंटी गारंटी लेकिन युवाओं को हर साल दो करोड़ नौकरी देने के वादे का क्या हुआ? उस पर कभी बात नहीं करते हैं। जब कांग्रेस पार्टी आगे बढ़ती है तो उसे ईडी, सीबीआई से डराते हैं। मध्य प्रदेश में जीती हुई सरकार थी हमारे पास, लेकिन भाजपा ने यहां के विधायकों की खरीद-फरोख्त कर जनता की सरकार गिराई। भाजपा ने व्यापमं घोटाला, उज्जैन में महाकाल लोक घोटाला किया। गृहमंत्री अमित शाह के पास होम मिनिस्ट्री में बहुत बड़ा वाशिंग मशीन है। जिसमें घोटालेबाजों को डालकर क्लीन करने का काम करते हैं। सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट के बाद भी रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने चुनावों में चंदा देने वालों के नाम सार्वजनिक नहीं कर रही है।
सबसे ज्यादा बेरोजगारी 45 साल में अभी
खरगे ने कहा कि यदि मोदी है तो मुमकिन है, यह स्लोगन बहुत चलता है तो मैं कहूंगा मोदी के जमाने में 45 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी हुई है। मोदी जी अमीर और गरीब के बीच में जो खाई है, वह कम नहीं कर सके। क्योंकि, वह चाहते ही नहीं। आज लोगों को पीने के लिए पानी नहीं है मणिपुर में लोग मर रहे हैं लड़ रहे हैं इधर ध्यान नहीं है सिर्फ चुनाव की तरफ ध्यान है।