Return to BJP : गजेन्द्रसिंह राजूखेड़ी की 4 दशक बाद भाजपा में वापसी!
Bhopal : धार संसदीय क्षेत्र से तीन बार सांसद और एक बार मनावर से विधायक रहे आदिवासी नेता गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी ने भी सुरेश पचौरी, संजय शुक्ला और विशाल पटेल के साथ भाजपा का भगवा गमछा डाल लिया। राजूखेड़ी वे नेता हैं जिनका रणनीति में पदार्पण भाजपा का झंडा थामकर ही हुआ था। सबसे पहले उन्होंने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री रहे शिवभानुसिंह सोलंकी को उनकी ही मनावर विधानसभा में 1989 में हराया था। वे धार संसदीय क्षेत्र से तीन बार सांसद भी रहे। लेकिन, इसके बाद पार्टी ने उनकी उपेक्षा करना शुरू कर दी। वे हाल में हुए विधानसभा चुनाव में धरमपुरी विधानसभा से टिकट मांग रहे थे, पर कांग्रेस ने नहीं दिया गया। तब उन्हें कांग्रेस के बड़े नेताओं ने आश्वासन दिया था कि उन्हें लोकसभा चुनाव में मौका दिया जाएगा। लेकिन, वह भी सिर्फ आश्वासन ही था। यही कारण रहा कि उन्होंने भी कांग्रेस को तिलांजलि दे दी। कहा जा सकता है कि वे जिस भाजपा से आए थे, उसी भाजपा में वापस लौट गए।
गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी का राजनीतिक इतिहास देखा जाए तो उनकी शुरुआत भाजपा से ही हुई थी। 1989 में उन्होंने मनावर विधानसभा से शिवभानुसिंह सोलंकी को हराया, लेकिन उसके बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए। 1992 तक विधायक रहने के बाद फिर धार लोकसभा सीट से लगातार तीन बार सांसद रहे। राजूखेड़ी के भाजपा में जाने के कयास विधानसभा चुनाव से ही लगाया जा रहे थे। उसे समय भी यह हवा चली थी कि गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी भाजपा में शामिल हो सकते हैं और पार्टी उन्हें धरमपुरी विधानसभा से चुनाव लड़ाएगी। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ।
इस बार संभावना थी की राजूखेड़ी को कांग्रेस फिर लोकसभा का टिकट देगी। पर, जो संभावित नाम सामने आए उसमें उनका नाम नहीं है। ऐसी स्थिति में उनके कांग्रेस में रहने की संभावना ही समाप्त हो गई थी। उन्हें फिर भाजपा में अपना भविष्य दिखाई दिया और उन्होंने यह किया भी। किन्तु, अभी यह प्रयास लगाना जल्दबाजी होगी कि भाजपा उन्हें धार लोकसभा से टिकट दे सकती है। इसलिए कि इस तरह के कोई आसान दिखाई नहीं दे रहे।
यदि ऐसा होता है तो उनके लिए मुकाबला आसान नहीं होगा। क्योंकि, इतनी जल्दी भाजपा के नेता भी उन्हें स्वीकार नहीं करेंगे। फिर भी यह तय है कि उनके पार्टी बदलने से धार में समीकरण बदलेंगे। क्योंकि, धार जिले की 7 में से 5 सीट कांग्रेस के पास है और धरमपुरी से भाजपा नाममात्र के वोट से चुनाव जीती है। भाजपा भी धार लोकसभा सीट को आसान नहीं मान रही। इसलिए कहना जल्दबाजी होगी कि भाजपा ने धार सीट को गजेन्द्रसिंह राजूखेड़ी के लिए होल्ड करके रखा है।