Bengaluru : ‘जब बलात्कार होना ही है, तो लेटो और मज़े लो।’ ये किसी फिल्म में विलेन का डायलॉग नहीं है। बल्कि, कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक केआर रमेश कुमार (Congress MLA KR Ramesh Kumar) के बिगड़े बोल हैं। उन्होंने किसी बलात्कार मामले पर बहस करते हुए ये बात नहीं कि, बल्कि विधानसभा अध्यक्ष को सदन चलाने का तरीका बताते हुए ये समझाइश दी। वे ऐसी विवादास्पद टिप्पणियों के लिए पहले से जाने जाते रहे हैं।
गुरुवार को विधानसभा में ये टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा में बारिश और बाढ़ से संबंधित नुकसान को लेकर चर्चा हो रही थी जिसमें कई विधायक अपने-अपने क्षेत्र के लोगों की दशा को पटल पर रखना चाह रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी के पास वक्त की कमी थी। उन्हें शाम 6 बजे तक चर्चा को पूरा करना था। जबकि, विधायक समय बढ़ाने का आग्रह कर रहे थे।
विधानसभा अध्यक्ष ने हंसते हुए कहा कि मैं उस स्थिति में हूं, जहां मुझे मजा लेना है और हां, हां करना है। ठीक है, मुझे तो यही महसूस होता है। मुझे स्थिति को नियंत्रित करना छोड़ देना चाहिए और कार्यवाही व्यवस्थित तरीके से विधानसभा चलाना चाहिए। मुझे सबसे कहना चाहिए कि आप अपनी बात जारी रखें।
उन्होंने कहा कि उनकी शिकायत केवल इतनी है कि सदन का कामकाज नहीं हो रहा है। इस पर कांग्रेस के MLA रमेश कुमार ने हस्तक्षेप करते हुए कहा ‘देखिए, एक कहावत है ‘जब बलात्कार होना ही है, तो लेटो और मज़े लो। आप एकदम इसी हालत में हैं।’ कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने इस पर कार्रवाई करने की बजाय इस पर हंस दिया।
पहले भी दिया ऐसा विवादित बयान
कांग्रेस MLA रमेश कुमार ने 2019 में विधानसभा अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कहा ‘वे एक बलात्कार पीड़िता की तरह महसूस करते हैं। मेरी हालत रेप पीड़िता जैसी है।
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बलात्कार सिर्फ एक बार हुआ था। अगर आपने इसे वहीं छोड़ दिया होता, तो यह बीत जाता। जब आप शिकायत करते हैं कि बलात्कार हुआ है, तो आरोपी को जेल में डाल दिया जाता है। लेकिन वकील पूछते हैं कि यह कैसे हुआ? यह कब हुआ और कितनी बार हुआ? रेप एक बार होता है लेकिन कोर्ट में 100 बार रेप होता है। यह मेरी हालत है।