कांग्रेस के दस दमदार चेहरे, एक सांसद, तीन विधायक, बाकी पूर्व विधायक और नए-नए…

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कांग्रेस के दस दमदार चेहरे, एक सांसद, तीन विधायक, बाकी पूर्व विधायक और नए-नए…

कथित तौर पर देश में दिख रही भाजपा और नरेंद्र मोदी की लहर के बीच भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 12 जनवरी 2024 को मध्यप्रदेश की दस लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार तय‌ कर दिए हैं। यह दस चेहरे दमदार है, जो प्रतिकूल परिस्थितियों में दम भरने का हौसला रखते हैं। इनमें छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद और कांग्रेस के मध्यप्रदेश से इकलौते सांसद नकुलनाथ हैं। जिनके पिता कमलनाथ सहित भाजपा में आने की खबरों ने पूरे देश में उबाल ला दिया था। जब कमलनाथ और नकुलनाथ‌ छिंदवाड़ा से भोपाल होते हुए दिल्ली कूच‌ किए थे, तब भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक दिल्ली में हो रही थी। और तब छिंदवाड़ा और दिल्ली में कमलनाथ के निवास पर एक साथ सनातनी झंडा फहराया था, तब तक तो खबरें चलने लगी थीं कि कार्यसमिति के दूसरे दिन शाम पांच बजे कमलनाथ और नकुलनाथ की भाजपा में सदस्यता होना तय है। और फिर खबर आई कि ज्योतिरादित्य सिंधिया नाथ के भाजपा में प्रवेश के सख्त खिलाफ हैं। तो दूसरी तरफ कैलाश विजयवर्गीय ने तो घोषणा ही कर दी थी कि नाथ के लिए भाजपा के दरवाजे बंद हैं। कार्यसमिति खत्म होने के अगले दिन बादल छंट गए थे और नाथ ने साफ कर दिया था कि वह कांग्रेस में ही रहेंगे। और नकुलनाथ छिंदवाड़ा से ही कांग्रेस से चुनाव लड़ेंगे। और कांग्रेस की दूसरी सूची में घोषित मध्यप्रदेश के दस नामों में से एक छिंदवाड़ा से नकुलनाथ का है। और भाजपा के निशाने पर यही एक सीट है, जिसे फतह कर 29 कमल की माला मोदी को पहनाने का लक्ष्य भाजपा नेतृत्व की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मजे की बात यह है कि भाजपा पहली सूची में मध्यप्रदेश की पांच लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी तय नहीं कर पाई थी, उसमें छिंदवाड़ा भी शामिल है।
कांग्रेस के पहले दस नामों में एक सांसद के अलावा तीन विधायक भी शामिल हैं। इसमें मंडला लोकसभा सीट पर भाजपा के फग्गन सिंह कुलस्ते को कांग्रेस के लोकप्रिय चेहरे और वर्तमान विधायक ओमकार सिंह मरकाम टक्कर देंगे। मजे की बात यह है कि भाजपा के दिग्गज आदिवासी चेहरे फग्गन सिंह कुलस्ते को हाल ही में विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा था। तो मरकाम पूरा दम लगाकर फग्गन को एक बार फिर थकाने का काम तो करेंगे ही। वहीं भिंड में कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया को कांग्रेस ने चुनाव मैदान में उतारा है, जिनका मुकाबला भाजपा सांसद संध्या राय से होगा। अब बरैया फूल की तरह खिलेंगे की संभावना कम है बल्कि आसार यही है कि  फूल के खिलने की संभावना ज्यादा है। तो सतना में विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा को कांग्रेस ने लोकसभा उम्मीदवार बनाया है। सिद्धार्थ कुशवाहा ने हाल ही में विधानसभा चुनाव में सांसद गणेश सिंह को आइना दिखाया था। अब बारी गणेश सिंह की है। जो हार का बदला सूद सहित चुकाने को आतुर होंगे।
सीधी लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने पूर्व विधायक कमलेश्वर पटेल को मैदान में उतारा है। कमलेश्वर कांग्रेस सरकार में पंचायत मंत्री रहे थे और 2023 विधानसभा चुनाव में सिहावल सीट पर विश्वामित्र पाठक ने उन्हें शिकस्त दी थी। सीधी सीट पर भाजपा से भी नया चेहरा डॉ. राजेश मिश्रा का है। यहां की सांसद रीति पाठक को भाजपा ने विधानसभा में मैदान में उतारा था और वह सीधी से विधायक बनकर नई पारी खेल रही हैं। बैतूल संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी घोषित हुए रामू टेकाम आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं और क्षेत्र में खासे सक्रिय हैं। वे कमलनाथ के समर्थक माने जाते हैं। बैतूल जिले के सांवलमेंढा निवासी टेकाम को दोबारा प्रत्याशी घोषित कर कांग्रेस ने कमलनाथ पर भी भरोसा जताया है। तो वर्तमान भाजपा सांसद दुर्गा दास उइके से रामू टेकाम एक बार फिर दो-दो हाथ करेंगे। वह भी उस स्थिति में जबकि रामू को पता है कि हाथ खाली रहने की पूरी संभावना है। टीकमगढ़ से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी घोषित हुए पंकज अहिरवार का ये पहला लोकसभा चुनाव है। पंकज अहिरवार मध्यप्रदेश कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं और अंबेडकर मिशन परिषद के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।
पंकज अहिरवार कांग्रेस के सक्रिय नेता है जो विधानसभा चुनाव 2023 में जतारा विधानसभा सीट से टिकट की मांग भी कर रहे थे। पंकज अहिरवार को टिकट देने की मुख्य वजह युवा चेहरा और स्थानीय प्रत्याशी होना बताया गया है। हालांकि मोदी लहर और खटीक की सादगी पर टीकमगढ़ लोकसभा क्षेत्र के मतदाता फिदा हैं, पर यह माना जा सकता है कि पंकज को यह चुनावी अनुभव काम आएगा। देवास से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित हुए राजेंद्र मालवीय की पारिवारिक राजनैतिक पृष्ठभूमि मजबूत रही है। उनके पिता राधाकिशन मालवीय कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शामिल थे। मालवीय और भाजपा प्रत्याशी वर्तमान सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी दोनों बलाई समाज से हैं।खरगोन बड़वानी संसदीय सीट से सेल टैक्स विभाग से वीआरएस लेकर सक्रिय राजनीति में आए 42 वर्षीय युवा पोरलाल खरते को कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है। इनका मुकाबला वर्तमान भाजपा सांसद गजेंद्र पटेल से होना है।
अंत में फिर ऐसी लोकसभा सीट धार जहां कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित करने में बाजी मार ली है। यहां धार-महू लोकसभा संसदीय सीट से कांग्रेस ने आदिवासी नेता राधेश्याम मुवेल को टिकट दिया है। मुवेल के नाम की घोषणा होने के बाद से ही मनावर सहित आसपास के क्षेत्रों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हर्ष है। यह हर्ष लोकसभा चुनाव परिणाम के रूप में राधेश्याम को हर्ष दे पाता है या नहीं, इसका पता बाद में चलेगा। पर पार्टी के प्रति निष्ठा व समर्पण भाव का पुरस्कार राधेश्याम को मिला है और उनके भिलाला समाज का यहां बर्चस्व है। अब भाजपा कमल खिलाने के लिए राधेश्याम के सामने कौन सा चेहरा लाती है, यह जल्दी ही सामने आ जाएगा।
कुल मिलाकर भाजपा के कद्दावर नेताओं के सामने कांग्रेस ने दस दमदार चेहरों की घोषणा की है। इनमें से दो सीट छिंदवाड़ा और धार पर भाजपा का चेहरा अभी सामने नहीं आया है। छिंदवाड़ा में कांग्रेस के इकलौते सांसद नकुलनाथ लड़ रहे हैं तो बाकी आठ‌ सीटों पर कांग्रेस ने तीन विधायकों को मैदान में उतारा है। सीधी लोकसभा सीट पर पूर्व विधायक कमलेश्वर पटेल का दमदार चेहरा है, तो बाकी प्रत्याशी संगठन से जुड़े युवा, दमदार और नए-नवेले हैं। जीत-हार होती रहती है, पर चेहरे दमदार हों तो चुनाव की रोचकता बनी रहती है…।