प्रदेश के हर जिले में कलेक्टर लगवाएंगे पुस्तक मेले, उचित मूल्य पर मिलेंगे पुस्तक, ड्रेस, जूते

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प्रदेश के हर जिले में कलेक्टर लगवाएंगे पुस्तक मेले, उचित मूल्य पर मिलेंगे पुस्तक, ड्रेस, जूते

भोपाल. प्रदेश के सभी जिलों में अब कलेक्टर की अगुवाई में पुस्तक मेले लगाए जाएंगे। इन पुस्तक मेलों में जिले के सभी पुस्तक विक्रेता, प्रकाशक अपने स्टॉल लगाएंगे और स्कूली बच्चों के लिए उचित मूल्य पर पुस्तक, स्कूल ड्रेस, जूते, टाई-बेल्ट और अन्य सामग्री मिलेंगी।

स्कूल शिक्षा विभाग की उपसचिव मंजूषा विक्रांत राय ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी कर जिले में अलग-अलग स्थानों पर नवीन शिक्षा सत्र प्रारंभ होते ही पुस्तक मेलों का आयोजन करने को कहा है। इन मेलों में जिले के भीतर संचालित सभी निजी स्कूलों की यूनिफार्म, स्कूलों मेंं संचालित की जाने वाली विभिन्न प्रकाशकों और एनसीईआरटी की पुस्तकें, कांपियां, स्टेशनरी, स्कूल बैग, टाई, बैल्ट और जूते, बरसाती मिलेंगे। जिले में कहीं भी निजी विद्यालय प्रबंधन द्वारा छात्र या अभिभावकों को पुस्तकें, यूनिफार्म, टाई, जूतू कॉपी केवल चयनित विक्रेताओं से खरीदने के लिए औपचारिक रुप से या अनौपचारिक रुप से किसी भी रुप में बाध्य नहीं किया जाएगा। छात्र और अभिभावक इन सामग्रियों को खुले बाजार से क्रय करने के लिए स्वतंत्र होंगे।

कलेक्टरों को कहा गया है कि वे जिले में स्थानीय परिस्थितियों का आंकलन करवा लें। यदि कहीं अभिाभावक या स्कूली बच्चों को दिक्कत हो रही है तो इसके लिए जिले में पुस्तक मेले का आयोजन जिले में कलेक्टर करवाएंगे। इसके लिए स्थानीय प्रकाशक और विक्रेताओं को यहां बुलाया जाएगा। पुस्तक,शैक्षणिक सामग्री, स्टेशनरी यूनिफार्म के स्टाल लगाए जाएंगे। ये सारी सामग्री उचित मूल्य पर यहां उपलब्ध कराई जाएंगी। सभी अभिभावकों को भी इन पुस्तक मेलों की सूचना दी जाएगी। आपयोजन के लिए स्थानीय तौर पर उपलब्ध मद से राशि खर्च की जाएगी।

राजनीतिक उपयोग नहीं-

पुस्तक मेले में राजनीतिक दखल नहीं हो सकेगा। आदर्श आचार संहिता लागू है। ऐसे में कोई भी राजनीतिक दल और उनके उम्मीदवार यहां प्रचार-प्रसार या मेले का राजनीतिक उपयोग नहीं करेगे। चुनाव आयोग ने इस मेले के आयोजन के लिए अनुमति दी है लेकिन आचार संहिता का ध्यान रखना होगा।