Shortage of Answer Sheets : देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में उत्तर पुस्तिकाओं का टोटा!

लोकसभा चुनाव के कारण पहले ही देरी से हो रही हैं परीक्षाएं!

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Shortage of Answer Sheets : देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में उत्तर पुस्तिकाओं का टोटा!

Indore : ए-ग्रेड प्राप्त देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी इन दोनों कॉपियां अर्थात उत्तर पुस्तिकाओं की कमी से भी जूझ रही है। यूनिवर्सिटी अधिकारियों के अनुसार फिलहाल रिजर्व रखी कॉपियों से कम चलाया जा रहा है! जल्द ही नया स्टॉक आने की भी कोशिश से तेज कर दी गई है। लोकसभा चुनाव की वजह से देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी की परीक्षा व्यवस्था बुरी तरह बिगड़ गई है।

मार्च में शुरू हुई स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं अभी तक खत्म नहीं हुई है। बीए, बीएससी अंतिम वर्ष के पेपर जून दूसरे सप्ताह तक चलेंगे। इसके बाद स्नातक प्रथम व द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं करवाई जाएगी। इसके चलते जुलाई से प्रारंभ होने वाला शिक्षा सत्र प्रभावित होगा। अगली बैच की कक्षाएं अगस्त से पहले लगना संभव नहीं है, क्योंकि प्रथम-द्वितीय वर्ष की परीक्षा देने वाले विद्यार्थी ही अगली कक्षा में जाएंगे।

मई में होने वाली बीए, बीकॉम, बीएससी सहित अन्य स्नातक प्रथम व द्वितीय वर्ष की परीक्षा का टाइम टेबल नहीं आया है। उधर, उत्तर पुस्तिकाओं की कमी के चलते भी यूनिवर्सिटी जून तीसरे सप्ताह से परीक्षा कराने जा रहा है। कॉपियों के लिए विश्वविद्यालय ने एजेंसी तय कर दी है, जो अगले कुछ सप्ताह में इन्हें भिजवाना शुरू कर देगी। करीब 10 लाख मुख्य कॉपियों की आवश्यकता है। इस वजह से भी विश्वविद्यालय ने परीक्षा का टाइम टेबल नहीं निकाला है।

दोनों परीक्षाओं में करीब 90 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे। परीक्षा होने के बाद विद्यार्थियों को अगली कक्षा के लिए प्रवेश नवीनीकरण करना होगा। जैसे प्रथम वर्ष के विद्यार्थी द्वितीय और द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राएं अंतिम वर्ष में प्रवेश लेंगे। रिजल्ट नहीं आने तक इन्हें अस्थायी प्रवेश दिया जाएगा। यह प्रक्रिया अगस्त में शुरू होगी। प्रवेश नवीनीकरण के बाद ही विद्यार्थी अगली कक्षा में बैठ सकेंगे।

प्राइवेट सरकारी दोनों को बनाएंगे सेंटर

यूनिवर्सिटी अधिकारियों के मुताबिक स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा के लिए कई सरकारी-निजी कॉलेजों को केंद्र बनाया है।यह परीक्षा खत्म होने के बाद प्रथम व द्वितीय वर्ष के पेपर रखेंगे, क्योंकि इन परीक्षाओं के लिए भी केंद्र बनाना होंगे। एनईपी वाले पाठ्यक्रम होने के चलते परीक्षाएं 45-55 दिन चलेंगी। जून- अगस्त के बीच पेपर होंगे। उसके बाद मूल्यांकन के लिए 60 दिन का समय लगेगा। इसके चलते अक्टूबर से पहले रिजल्ट आना संभव नहीं है। परीक्षाओं का ढर्रा बिगड़ने से अगला शिक्षा सत्र भी देरी से शुरू होगा। अधिकारियों के अनुसार जल्द ही परीक्षा का टाइम टेबल जारी किया जाएगा।