Sultanpur Seat : UP में लगा एक और झटका, बीजेपी की मेनका गांधी चुनाव हारी
मेनका गांधी 9 बार चुनाव जीतकर संसद पहुंच चुकी हैं. लेकिन इस चुनाव में मेनका गांधी को करीब 43 हजार से ज्यादा वोटों से हार मिली है वहीं सुल्तानपुर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी को जीत मिली है समाजवादी पार्टी के रामभुआल निषाद ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार मेनका गांधी को 43 हजार से अधिक मतों से पराजित कर दिया
सुल्तानपुर में 25 मई को छठे फेज में वोटिंग हुई थी. 55. 61% वोट पड़े थे. साल 2019 के मुकाबले इस बार 0.77 प्रतिशत मतदान कम रहा. बीते चुनाव की बात करें तो पुलवामा के बाद राष्ट्रवाद और मोदी वेव थी, बावजूद इसके मेनका गांधी को बड़ी मुश्किल से यह जीत मिल पाई थी. वो महज 14 हजार वोटों से जीत पाई थीं.
उनकी जीत में निषाद, कुर्मी, यादव और दलित मतदाता निर्णायक थे. इस बार सपा ने सुल्तानपुर में निषाद कार्ड चला.सुलतानपुर लोकसभा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद मेनका गांधी प्रदेश सरकार में मंत्री रहे रामभुआल निषाद व युवा व्यवसायी उदराज वर्मा चुनाव मैदान में थे लेकिन कड़ी टक्कर में केवल मेनका और रामभुआल निषाद ही थे। लेकिन नतीजों में कुछ और ही आया। परिणाम आने के साथ ही भाजपा का हैट्रिक का सपना भी टूट गया।
सुलतानपुर में मेनका गांधी सरकार की योजनाओं, अपने कार्यों, विकास, शांति एवं सुरक्षा और क्षेत्र में सक्रियता के दावे कर मतदाताओं का समर्थन हासिल करने में असफल रहीं। वहीं, रामभुआल निषाद बेरोजगारी, महंगाई और जिले में विकास ठहरा होने की बात कह वोटरों के बीच अपनी पैठ बना लिए। वहीं उदराज वर्मा का स्थानीय बनाम बाहरी के मुद्दे भी फेल हुआ।
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