Administrative Surgery: MP में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी, ACS ,PS के विभागों में फेरबदल के साथ बदले जाएंगे कई कलेक्टर-SP 

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Administrative Surgery: MP में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी, ACS ,PS के विभागों में फेरबदल के साथ बदले जाएंगे कई कलेक्टर-SP 

भोपाल: मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनावों के लिए लागू आदर्श चुनाव आचार संहिता समाप्त हो गई है। इसी के साथ प्रदेश में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी हो रही है। मुख्य मंत्री की इस संबंध में मुख्य सचिव से प्रारंभिक चर्चा हो चुकी है। माना जा रहा है कि मंत्रालय में ACS ,PS के विभागों में फेरबदल के साथ कई कलेक्टर-एसपी बदले जाएंगे।

2 संभागों के कमिश्नर भी बदले जा सकते है।

 

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश पर प्रदेश के सभी कलेक्टर-एसपी, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, एडीएम, एडीशनल एसपी और अन्य मैदानी अमले के परफारमेंस की सख्त मानीटरिंग शुरु हो गई है। परफारमेंस के हिसाब से एक दर्जन जिलों के कलेक्टरों को बदला जाएगा। कुछ IAS अफसरों को बड़े जिलों की कमान मिलेगी, वहीं कुछ नये अफसरों को मौका दिया जाएगा। यही कवायद अन्य पदों के लिए भी की जाएगी।

मंत्रालय में अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और विभागाध्यक्ष के पद पर लंबे समय से जमे अफसरों को बदला जाएगा।

मैदानी पोस्टिंग में बदलाव के लिए मंत्रियों के साथ-साथ अब सांसदों और विधायकों से भी उनके क्षेत्र के लिए उनकी पसंद पूछी जा रही है। चुनाव में बेहतर काम करने वाले और छोटे जिलों में रहकर नवाचार करने वाले और सरकारी योजनाओं, नीतियों के क्रियान्वयन, उन्हें जमीनी स्तर पर धरातल पर उतारने, अमलीजामा पहनाने में अच्छा काम कर रहे मैदानी अफसरों की मुख्यमंत्री सचिवालय के स्तर पर मानीटरिंग की जा रही है। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और आमजन को राहत देने वाले काम करने वाले कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों के काम पर भी पैनी नजर है। कलेक्टर-एसपी, एडीएम, संयुक्त कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत, एसपी, एडीशनल एसपी स्तर के साठ से सत्तर अफसरों को बदला जा सकता है।

जिलों में अभी भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2014 बैच तक के अफसर कलेक्टर बन चुके है। लेकिन अभी भी 11,12 और 13 बैच के कुछ अफसर अभी भी कलेक्टर नहीं बन पाए है। इन्हें कलेक्टरी करने का मौका मिलेगा। इसके अलावा 2015 बैच के अफसरों को भी अब जिलों की कमान दी जा सकती है। 2015 से 2019 बैच तक के आईएएस अभी सीईओ जिला पंचायत और एडीएम के पदों पर कार्यरत है। अब इसके बाद वाले बैच के अफसरों को भी सीईओ जिला पंचायत बनने का मौका मिल सकता है।

*एक विभाग में लंबे समय से जमे, मंत्रियों की नापसंद के अफसर बदलेंगे-*

मंत्रालय और विभागाध्यक्ष कार्यालयों में दो और तीन साल से एक ही स्थान पर काबिज कुछ अफसरों के विभागों में परिवर्तन किया जाएगा। कुछ मंत्रियों की अपने विभागों के एसीएस, पीएस और सचिवों से पटरी नहीं बैठ रही है।

कुछ मंत्री अपने विभागों के विभाग प्रमुख भी बदलना चाहते है। इनकी सूचियां भी मुख्यमंत्री के पास पहुंच गई है इन सबको जल्द ही बदला जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी यहां 27 दिसंबर 2018 से पदस्थ है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान 11 मई 2020 से यहां पर काम कर रहे है। संस्कृति एवं पर्यटन विभाग प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला यहां 11 अगस्त 2020 से कार्यरत है। सामाजिक न्याय विभाग के प्रमुख सचिव सचिव सिन्हा यहां 12 अप्रैल 2021 से पदस्थ है। पर्यावरण विभाग और पशुपालन तथा डेयरी विभाग के प्रमुख सचिव गुलशन बामरा यहां 10 नवंबर 2022 से पदस्थ है। वित्त विभाग के सचिव अजीत कुमार यहां 15 नवंबर 2021 से पदस्थ है। लंबे समय से विभागों में जमे अफसरों के विभागों में भी बदलाव किया जा सकता है।