BJP is Powerful in Cabinet : मंत्रिमंडल में ताकतवर तो भाजपा ही रही, सहयोगियों को हल्के विभाग!

मध्यप्रदेश के सभी 5 मंत्रियों को ऐसे विभाग जो प्रदेश के विकास में सहभागी होंगे!

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BJP is Powerful in Cabinet : मंत्रिमंडल में ताकतवर तो भाजपा ही रही, सहयोगियों को हल्के विभाग!

New Delhi : मंत्रिमंडल की शपथ के दूसरे दिन 71 मंत्रियों को उनके विभागों का वितरण कर दिया गया। नरेंद्र मोदी के कार्यकाल की इस तीसरी सरकार को एनडीए के सहयोगियों के साथ बनाया गया है। शुरू में अनुमान लगाया गया था कि रक्षा, गृह, वित्त और विदेश मंत्रालय भाजपा अपने साथ रखेगी, वही हुआ भी। प्रधानमंत्री ने इन चारों विभागों को अपने पास ही रखा और उन्हीं मंत्रियों को ये विभाग सौंपे गए जिनके पास पिछले कार्यकाल में थे। इसके अलावा भी सभी महत्वपूर्ण विभाग भाजपा के सांसदों को मिले।

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इससे यह कयास ठंडे पड़ गए कि सहयोगी दलों के दबाव में भाजपा के पास बड़े विभाग नहीं रहेंगे। जिस तरह विभागों का बंटवारा हुआ उससे भाजपा की रणनीतिक और कूटनीतिक ताकत का पता चलता है। रेल, आईटी, कृषि, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, रसायन, उर्वरक, टेलीकॉम, सूचना प्रसारण और पेट्रोलियम जैसे अधिकांश विभाग भाजपा के मंत्रियों को मिले। जनता दल (यू) और तेलुगू देशम जैसी पार्टियों के मंत्रियों को अपेक्षाकृत कम महत्व के विभागों से संतोष करना पड़ा। जीतनराम मांझी और चिराग पासवान को भी जो विभाग मिले वे असरदार नहीं कहे जा सकते।

लेकिन, जिस तरह से विभाग बांटकर सभी को संतुष्ट करने का प्रयास किया गया उसकी तारीफ की जाना चाहिए। इससे लगता है कि मोदी की टीम ने एक-एक सहयोगी के नाम पर गहरा मंथन और होमवर्क किया। पिछली और नई सरकार में कोई फर्क न होने का स्पष्ट संदेश दिया गया। जबकि पिछली दोनों सरकारें भाजपा के बहुमत से बनी थी और ये सरकार गठबंधन से बनी है। इस बार भाजपा की नहीं बल्कि एनडीए की सरकार है। विभागों के बंटवारे से भी यह संदेश देने की कोशिश की गई कि सरकार और एनडीए में सामंजस्य है। यह संदेश घरेलू राजनीति से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय संदेश के लिए जरूरी है। एनडीए की गठबंधन सरकार को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। भारत में निवेश पर प्रभाव की संभावना थी। लेकिन, अपने विभाग के बंटवारे के जरिए प्रधानमंत्री ने सभी का मुंह बंद कर दिया। उन्होंने संदेश दिया कि उनके नेतृत्व की सरकार देश के विकास और भारत के राष्ट्रीय हित को पहले की तरह सुधार की तरफ ले जाना जारी रखेगी।

 

मध्यप्रदेश के सभी मंत्री ताकतवर

मोदी मंत्रिमंडल में मध्यप्रदेश से 5 मंत्रियों को शामिल किया गया है। इनमें शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और वीरेंद्र खटीक कैबिनेट मंत्री बने और दुर्गादास उइके और सावित्री ठाकुर को राज्यमंत्री बनाया गया। जैसी की संभावना थी शिवराज सिंह को उनके अनुभव के मुताबिक कृषि ऑफ ग्रामीण विकास जैसे दो भारी भरकम विभागों की जिम्मेदारी दी गई। इससे निश्चित रूप से प्रदेश को भी फायदा मिलेगा और राज्य सरकार की कई योजनाओं को गति मिलेगी। ज्योतिरादित्य सिंधिया को संचार मंत्रालय दिया गया जो प्रगतिशील विभागों में है और इसका लाभ भी प्रदेश के हिस्से में आएगा।

वीरेंद्र कुमार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, दुर्गादास उइके को आदिवासी मामले और सावित्री ठाकुर को महिला एवं बाल विकास का राज्यमंत्री बनाया गया है। आशय यह कि मध्यप्रदेश के सभी पांचों मंत्रियों को जो विभाग मिले वे प्रदेश सरकार के मददगार बनेंगे।

 

सहयोगियों का भी पूरा ध्यान

भाजपा ने अपने सहयोगियों का भी ध्यान रखने में कंजूसी नहीं की। बिहार की राजनीति के बड़े नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह पहली बार केंद्रीय मंत्री बने वे नीतीश कुमार के करीबी हैं। उन्हें पंचायत, मत्य पालन और एनीमल हसबैंड्री विभाग दिया गया। लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी को सूक्ष्म, लघु एवं मझोले लघु उद्योग मंत्रालय और राष्ट्रीय लोकदल के नेता और राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार जयंत चौधरी को दक्षता मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया। वे शिक्षा राज्यमंत्री भी होंगे। जनता दल (यू) के रामनाथ ठाकुर को कृषि मंत्रालय में राज्यमंत्री बनाया गया है। अनुप्रिया पटेल स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और उर्वरक एवं रसायन में राज्यमंत्री होगी। जलशक्ति मंत्रालय के मंत्री सीआर पाटिल को बनाया गया हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का स्थान अन्नपूर्णा देवी ने ले लिया।