मोदी सरकार विपक्ष के “गन प्वाइंट” पर है और उसे हम कभी भी गिरा सकते हैं-राहुल गांधी की पत्रकारों से अनौपचारिक चर्चा

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मोदी सरकार विपक्ष के “गन प्वाइंट” पर है और उसे हम कभी भी गिरा सकते हैं-राहुल गांधी की पत्रकारों से अनौपचारिक चर्चा

दिल्ली से गोपेंद्र नाथ भट्ट की रिपोर्ट 

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा है कि मोदी सरकार विपक्ष के “गन प्वाइंट” पर है और उसे हम कभी भी गिरा सकते हैं। राहुल गांधी ने मुस्कराते हुए यह भी कहा कि वह और उनकी पार्टी कांग्रेस अहिंसा में विश्वास करती है। इसलिए हम समय का इंतजार करेंगे।

 

राहुल गांधी ने यह बात कांग्रेस पार्टी की और से पत्रकारों को गुरुवार रात दिए गए डिनर के दौरान अनौपचारिक बातचीत में कही गई। यह डिनर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और महासचिव जयराम रमेश के नई दिल्ली में तालकटौरा स्थित निवास पर आयोजित किया गया था।

पत्रकारों से अनौपचारिक बात करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा सरकार में मुखिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बने या फिर कोई और इससे उन पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। वे पहले की तरह अपना करते रहेंगे। एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा देश की जनता मोदी सरकार से ऊब चुकी है और देश के युवक बेरोजगारी से परेशान है तथा देश की जनता मंहगाई से परेशान है लेकिन नरेंद्र मोदी अपने दो गुजराती मित्रों अडानी और अंबानी को खुश करने में लगे हुए हैं। जनता त्राहि त्राहि कर रही है।

उन्होंने यह भी कहा कि उनकी अंबानी और अडानी से कोई निजी रंजिश नहीं है। इस सवाल के जवाब में कि आप संसद में मंहगाई, बेरोजगारी अग्निवीर जैसे मुद्दे को कैसे उठाएंगे?

इस पर राहुल गांधी ने कहा कि हम उन तमाम मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाएंगे जो जनता से जुड़े हुए हैं। इन मुद्दों के साथ संविधान बदलने की बात, जाति जनगणना आदि मुद्दों को भी हम पहले की तरह उठाते रहेंगे। मोदी सरकार 3.0 के बारे में राहुल गांधी ने कहा कि “मोदी सरकार हमारे गन प्वाइंट पर है। हम इस सरकार को कभी भी गिरा सकते हैं” लेकिन फिलहाल हम सरकार के काम को देखेंगे कि यह कैसे चल रही है। क्योंकि कांग्रेस अहिंसा में विश्वास करती है।

राहुल गांधी ने कहा मोदी सरकार की बांह टीडीपी और जेडीयू ने मरोड़ रखी है। इसलिए यह सरकार कितने दिन चलेगी यह हम कह नहीं सकते। इसे हम देख रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा इन दिनों जिस तरह से कुछ सहयोगी दलों और आरएसएस के जो बयान आ रहे हैं उससे लगता नहीं कि यह सरकार आसानी से चल पाएगी और अपना कार्यकाल पूरा कर पाएगी। अपने चुनाव प्रचार के बारे में उन्होंने कहा कि बिहार में आशा के अनुकूल परिणाम नहीं आए हैं ।अगली बार हम इसे सुधारने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा यह चुनाव देश की जनता ने खुद लड़ा है।

राहुल गांधी ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा है कि मोदी सरकार ने चुनाव में देश की संवैधानिक संस्थाओं का जमकर दुरूपयोग किया है। जिसमें आयकर विभाग, ईडी, सीबीआई, चुनाव आयोग, प्रशासन आदि सभी संस्थायें शामिल है। उन्होंने कहा कि यदि चुनाव में संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग नहीं हुआ होता तो कांग्रेस की अगुवाई वाली गठबंधन को तीन सौ के पार सीटें मिलती।

राहुल ने कहा कि जिस तरह से भाजपा ने चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी के खातों को सीज करवा फंड को रोका और देश की एजेंसियों को अपने विरोधियों को प्रताड़ित करने के लिए लगाया उससे लोकसभा आम चुनाव बहुत प्रभावित हुआ। राहुल गांधी सदन में विपक्ष के नेता बनने और वायनाड अथवा रायबरेली दोनों में से कहां से सांसद बने रहेंगे इस पर गोलमाल जवाब देकर टाल गए।