Collector-SP Suspended : बलौदा बाजार हिंसा मामले में कलेक्टर-SP निलंबित, मामले में न्यायिक जांच अधिकारी नियुक्त!
Raipur : राज्य सरकार ने देर रात बलौदा बाजार हिंसा मामले में कलेक्टर-एसपी को निलंबित कर दिया। दो दिन पहले राज्य सरकार ने कलेक्टर कुमार लाल चौहान और एसपी सदानंद कुमार को हटा दिया था। दोनों अधिकारियों को हटाए जाने को लेकर सरकार ने कहा कि उचित कार्रवाई नहीं किए जाने पर निलंबित किए जाने की बात कही। एसआईटी ने भी बलौदा बाजार हिंसा मामले में की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में
कांग्रेस ने कहा कि भाजपा के शासन काल में ही ऐसी घटनाएं होती हैं।
बलौदा बाजार में हुई इस हिंसा के मामले में गुरुवार देर रात तत्कालीन कलेक्टर और एसपी को निलंबित कर दिया। वहीं राज्य शासन ने घटना की न्यायिक जांच के लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस सीबी बाजपेयी को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। 6 बिंदुओं पर एकल सदस्यीय जांच टीम 3 महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी।
इसी बीच एसआईटी ने हिंसा की जांच शुरू कर दी। 21 सदस्यीय टीम ने अलग-अलग बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी। इसमें 8 एफआईआर की जांच के लिए तीन-तीन लोगों की टीम बनाई गई है। नेताओं की भूमिका की भी जांच की जा रही है। इंटरनेट मीडिया पर एक अलग टीम काम कर रही है, जो भीड़ को जमा करने के साथ ही भड़काऊ भाषण व अन्य संदिग्ध पोस्ट प्रसारित किए। एसआईटी ने नेताओं के कॉल डिटेल को भी जांच के दायरे में लिया है।
*कांग्रेस की टीम ने भी सवाल खड़े किए*
बलौदा बाजार हिंसा मामले में कांग्रेस की 7 सदस्यीय जांच समिति ने घटनास्थल पहुंचकर अपनी जांच शुरू की। जांच समिति गिरौदपुरी क्षेत्र के उस अमरगुफा में भी पहुंची और लोगों से बातचीत की। यहां टीम में शामिल कांग्रेस जांच समिति के संयोजक व पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि अमरगुफा पहुंचकर टीम ने घटना की बारीकी से पड़ताल की। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन काल में ही इस तरह की घटनाएं होती हैं। पुलिस पूरी तरह फेल साबित हुई है। उनका इंटेलिजेंस क्या कर रहा था ? भीम आर्मी, भीम रेजिमेंट और भीम क्रांतिवीर के इस घटना में शामिल होने के सवाल पर डहरिया ने कहा कि मामले में जो दोषी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, लेकिन बेगुनाहों को न पकड़ा जाए और उन्हें न सताया जाए।
कांग्रेस ने कहा कि समाज के लोग जांच और कार्रवाई की मांग कर रहे थे। लेकिन, सरकार ने ऐसा नहीं किया। अगर पहले ही जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया जाता तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती। इससे पहले नेताओं ने सतनामी समाज के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी पहुंचकर अमर गुफा में पूजा-अर्चना की। कांग्रेस की जांच टीम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, पूर्व सीएम भूपेश बघेल के साथ कई वरिष्ठ नेता और सभी विधायक शामिल हैं।रायपुर से निकलने के दौरान भी डहरिया ने कहा था कि औरंगजेब से ज्यादा भाजपा ने सतनामी समाज को प्रताड़ित किया है। भाजपा हमेशा से ही हमारे सतनामी समाज के खिलाफ रही।