IPS Officers will Challenge Home Ministry Orders : 3 साल पिछड़े अफसर कोर्ट जायेंगे, 2013 ईयर आवंटन की होगी अपील
भोपाल: राज्य पुलिस सेवा (SPS) के 1996 बैच के अफसरों को IPS के ईयर अलॉट में तीन साल पिछडने का मामला कोर्ट जा सकता है। सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय से अलॉट हुए ईयर को लेकर वर्ष 1996 बैच के एसपीएस अफसरों में खासी नाराजगी है।
इस मामले में वे उत्तर प्रदेश कोर्ट के एक फैसले को आधार बनाकर ईयर अलॉट के मामले में कोर्ट का दरबाजा खटखटाने की तैयारी कर रही है। ईयर अलॉट होने में न सिर्फ 1996 बैच के अफसर पिछड़े हैं, बल्कि उनके जूनियर बैच के अफसर भी इस फार्मूले के जरिए सर्विस में पिछड़ जा रहे हैं।
सूत्रों की मानी जाए तो इन अफसरों ने यह तय कर लिया है कि वे केंद्रीय गृह मंत्रालय के इस आदेश के खिलाफ केट (केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण) में जाएंगे और इस आदेश को चुनौती देकर बदलवाने का प्रयास करेंगे। इसके लिए उन्होंने दूसरे राज्यों में इस तरह के मामले जो कोर्ट के जरिए उनके पक्ष में फैसले हुए हैं। उन्हें खंगालना शुरू कर दिया है। जिसमें उन्हें उत्तर प्रदेश का एक मामला उनके सामने आया हैं। जिसमें एक अफसर को इसी तरह से ईयर में पीछे कर दिया था, बाद में कोर्ट से उनके पक्ष में फैसला आया। जिसमें उनके सीनियर अफसर जिन्होंने ट्रैनिंग बाद में की थी, उनके कारण वहां भी कुछ अफसरों को ईयर अलॉट होते ही वे पिछड़ गए थे। इसी आधार पर यहां के पुलिस अफसर भी कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं।
यह है मामला
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को मध्य प्रदेश के 29 अफसर जो राज्य पुलिस सेवा से आईपीएस हुए हैं उन्हें ईयर आवंटित किया है। इसमें शामिल कई अफसरों को तीन साल का नुकसान हो गया है। एसपीएस के वर्ष 1996 बैच के अफसरों को आईपीएस में वर्ष 2016 दिया गया है। दरअसल अनूपपुर एसपी जितेंद्र सिंह वर्ष 1995 बैच के एसपीएस अफसर हैं। उन्होंने पुलिस की सेवा कई सालों बाद ज्वाइन की थी, इसके चलते जब उन्हें आईपीएस अवार्ड हुआ तब उनकी सर्विस 17 साल की हुई थी। उन्हें चार साल की सीनियरटी दी गई। उनकी सर्विस और सीनियरटी वर्ष कम होने के कारण उन्हें 2016 ईयर अलॉट किया। जब 1995 बैच के एक अफसर को 2016 बैच दिया गया, तो वर्ष 1996 के अफसरों को भी 2016 का इयर अलॉट किया गया है। नियमानुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ईयर अलॉट किया है।
इन अफसरों को हुआ नुकसान
इयर अलॉट में एसपीएस वर्ष 1996 बैच के अफसर एआईजी एसएएफ सुनील तिवारी, एसपी गुना संजीव कुमार सिंहा, एआईजी नारकोटिक्स संजीव कंचन, एसपी छिंदवाड़ा मनीष खत्री, एसपी पाढुंर्णा राजेश कुमार त्रिपाठी, एसपी इंदौर ग्रमीण सुनील कुमार मेहरा, एसपी मऊगंज वीरेंद्र जैन, एसपी बुरहानपुर देवेंद्र पाटीदार, एसपी निवाडी रायसिंह नरवरिया, एआईजी एससीआरबी राम शरण प्रजापति और डिप्टी कमिश्नर भोपाल सुंदर सिंह कनेश को नुकसान हुआ है। जबकि इनके बाद के बैच के अफसरों को भी नुकसान हुआ है।