राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
पन्ना: मौसम के बदलते मिजाज और अचानक हुई बारिश से खरीदी केंद्रों पर रखी करोड़ों रुपए की हजारों क्विंटल धान फसल पानी में भीगकर बर्बाद हो गई है।
यह फसल धान खरीदी केंद्रों पर खुले में रखी हुई थी। जिससे अब किसानों का भुगतान अधर में लटक गया है।
बता दें कि ज़ब तक किसानों की धान बेयर हाउसों में जमा नहीं हो जाती तब तक ऑनलाइन किसानों के खाते में पैसे नहीं आते।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इसमें सबसे बड़ी लापरवाही नागरिक आपूर्ति निगम विभाग और परिवहन ठेकेदार की बताई जा रही है।
जबकि प्रशासन द्वारा लगभग 10 दिन पहले मौसम का हाल नागरिक आपूर्ति निगम विभाग को बता दिया गया था। बावजूद इसके लापरवाही की गई।
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जहां अब नागरिक आपूर्ति निगम और ठेकेदार की लापरवाही के चलते किसानों का भुगतान अधर में लटक गया है। जिसका खामियाजा सिर्फ और सिर्फ किसानों को भुगतना होगा।
यह नुकसान पन्ना जिले की पवई, देवेंद्रनगर, अमानगंज, तहसीलों में सबसे ज्यादा हुआ है। अजयगढ़ में नुकसान कम बताया जा रहा है।
पता चला है कि धान परिवहन का ठेका सागर जिले की हर्ष रोड लाइंस को दिया गया है। जहां हर्ष रोड लाइंस द्वारा पन्ना के ठेके को (अवैध तरीके से) पेटी पैक पर अन्य को दे दिया है।
सूत्रों की माने तो इस मामले में नागरिक आपूर्ति प्रबंधन और ठेकेदार की मिलिभगत और लापरवाही साफतौर पर सामने आ रही है।