Sunil Gupta Relieved : नगर निगम के फर्जी बिल मामले की एफआईआर कराने वाले कार्यपालन यंत्री सुनील गुप्ता रिलीव!
Indore : नगर निगम का फर्जी बिल मामला निगम की बैठकों में भी लगातार गरमा रहा है। शुक्रवार को हुई महापौर परिषद (एमआईसी) की बैठक में 100 करोड़ से ज्यादा के इस घोटाले का मुद्दा फिर गरमाया। दो एमआईसी मेंबरों की आपत्ति के बाद घोटाले की एफआईआर लिखवाने वाले कार्यपालन यंत्री सुनील गुप्ता को बैठक छोड़कर जाना पड़ा। आज निगम आयुक्त ने आदेश निकालकर उन्हें इंदौर नगर निगम से रिलीव कर दिया। कल बैठक में एमआईसी सदस्य जीतू यादव और मनीष मामा ने बैठक में सवाल उठाया कि लंबे समय से घोटाले हो रहे थे, क्या सुनील गुप्ता को इसकी जानकारी नहीं थी। अभी भी ड्रेनेज से जुड़े काम अटके हुए है। सुनील गुप्ता अपने चेहते ठेकेदारों का ही काम देते है। क्या वे घोटाले के जिम्मेदार नहीं हैै।
इस बैठक में सुनील गुप्ता की मौजूदगी से नाराज दोनों सदस्य जब अपनी कुर्सी से उठने लगे तो सुनील गुप्ता को ही बैठक छोड़कर जाना पड़ा। इसके बाद बैठक में अन्य विषयों पर चर्चा हो पाई। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी सुनील गुप्ता की कार से घोटाले की फाइलें चोरी होने पर सवाल उठाया था। हालांकि, बाद में पुलिस ने घोटाले का मुख्य आरोपी अभय राठौर को माना। राठौर की पत्नी ने भी गुप्ता पर आरोप लगाए है। गुप्ता को जिस विभाग का जिम्मा है, उसमें बगैर काम हुए करोड़ों के बिल मंजूर हो गए। बैठक के बाद गुप्ता को रिलीव करने पर भी चर्चा हुई। उनका तबादला पहले ही हो चुका है। उसी तारतम्य में आज शनिवार को निगम आयुक्त ने सुनील गुप्ता को रिलीव कर दिया। उनका तबादला मुरैना हुआ है।
भ्रष्ट अफसरों पर नकेल कसी जाएगी
महापौर ने कहा कि फर्जी बिल घोटाले में जो भी अफसर लिप्त पाए गए है। उन्हें न केवल नौकरी से हटाया गया, बल्कि उनके खिलाफ प्रकरण भी दर्ज कराए जाएंगे। भ्रष्ट अफसरों पर अब पूरी तरह नकेल कसी जाएगी। बैैठक में 15 से ज्यादा एजेंडों पर चर्चा हुई।