वास्तव में तारीफ के काबिल है मोहन यादव का यह अद्भुत फैसला…
पुडुचेरी से पूरे देश में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दिल से तारीफ हो रही है। समुद्र के किनारे बसी इस बस्ती में महर्षि अरविंदो भी मोहन की तारीफ पर मुस्करा रहे हैं। क्योंकि कभी खुश न होने वाली ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के सभी सदस्य डॉ. मोहन यादव के इस फैसले से झूम रही है, नाच रही है और खुशियां मना रही है। फैसले को एक सुखद अध्याय का प्रारंभ बता रही है। फैसले को मील का पत्थर कहा जा रहा है। भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने की दिशा में डॉ. मोहन यादव के इस फैसले को ऐतिहासिक और क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है। माना ही नहीं जा रहा है बल्कि फैसला असंभव और अद्भुत की श्रेणी में आता है। बशर्ते कि इसके बदले होने वाली वैकल्पिक व्यवस्था भी पूरी तरह से वैध और भ्रष्टाचार मुक्त प्रणाली का पर्याय बन पूरे देश और दुनिया में ‘मोहन’ की छवि को मनमोहक बनाने में सफल रहे। दरअसल 1 जुलाई 2024 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की थी कि प्रदेश भर में चल रहे परिवहन चेक पोस्ट नाकों को तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है। परिवहन चेक पोस्टों पर अवैध वसूली के चलते देश भर से आने जाने वाले ट्रांसपोर्टर्स को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इतना ही नहीं इन चेक पोस्टों पर नियुक्त अधिकारियों के संरक्षण में अवैध रूप से वसूली का कारोबार खूब फल-फूल रहा था। चोरी और सीनाजोरी की तर्ज पर ट्रक ड्राइवरों के साथ मारपीट और गाली गलौज आम थी। देश भर में मध्य प्रदेश की छवि पर इससे प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ रहा था। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के पास जब इस बात की शिकायतें पहुंचीं तो उन्होंने इसकी सूक्ष्मता से जांच कराई और सही पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से परिवहन चेकपोस्ट को बंद करने का निर्णय लिया। और अब सभी चेकपोस्ट बंद हैं और मोहन के फैसले की वाहवाही हो रही है। बस अब इंतजार है चेकपोस्ट की जगह सरकारी वैकल्पिक व्यवस्था का। पुडुचेरी में चल रही ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस में मुख्यमंत्री यादव की जमकर तारीफ हुई है और उनके द्वारा मध्य प्रदेश में परिवहन चेकपोस्ट समाप्त करने के निर्णय को ऐतिहासिक बताया जा रहा है। ट्रांसपोर्टरों का मानना है कि मध्य प्रदेश के विकास में डॉक्टर मोहन यादव का चेक पोस्ट नाके बंद करने का निर्णय मील का पत्थर साबित होगा।
मध्य प्रदेश के साथ-साथ देशभर में डॉ. मोहन यादव के इस निर्णय को जमकर सराहा जा रहा है। मध्य प्रदेश में तो इंदौर ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती के नेतृत्व में प्रदेश भर के ट्रकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ डॉ. मोहन यादव के पोस्टर चिपकाए गए हैं और मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया गया है।
9 जुलाई 2024 को पुडुचेरी में एआईएमटीसी की 216वीं कार्यकरिणी समिति का आयोजन हुआ। इसमें मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के परिवहन चेकपोस्ट को बंद करने के फैसले की तारीफ के अलावा ट्रांसपोर्टर्स की जुबां पर कोई दूसरी बात नहीं थी। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) के अध्यक्ष अमृतलाल मदान, चेयरमैन डॉ. जी. आर. शन्मुगप्पा और कोर कमेटी के चेयरमैन बल मलकित सिंह ने मध्य प्रदेश में । जुलाई 2024 से अवैध बॉर्डर चेकपोस्ट्स को समाप्त करने का वादा पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार के समर्थन और सहयोग के लिए आभार एवं हार्दिक धन्यवाद का प्रस्ताव पारित किया। एआईएमटीसी के मलकित सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के चेकपोस्ट बंद करने के निर्णय का ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने स्वागत किया है। ट्रांसपोर्टर्स ने डॉ यादव के निर्णय की सराहना की और इसे ऐतिहासिक बताते हुए मध्यप्रदेश की तरह अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से भी इस व्यवस्था को अपनाने की मांग की है।
वास्तव में डॉ. मोहन यादव का मध्यप्रदेश में चेक पोस्ट नाके बंद करने का निर्णय मील का पत्थर है, जिससे चेकपोस्ट से प्रवेश पर ही ट्रांसपोर्टर्स के माध्यम से मध्यप्रदेश की भ्रष्ट छवि की तस्वीर पूरे देशभर में जाती थी। चेकपोस्ट बंद होने के फैसले ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कुशल नेतृत्व और स्वच्छ और पारदर्शी शासन के प्रति प्रतिबद्धता का एक संदेश दिया है। समिति ने प्रस्ताव जारी करते हुए कहा कि यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भ्रष्टाचार-मुक्त भारत के दृष्टिकोण के साथ मेल खाता है। इससे व्यापार करने में आसानी होगी और सामानों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित होगी, जिससे लॉजिस्टिक लागत कम होगी और “मेक इन इंडिया” पहल को समर्थन मिलेगा। करोड़ों लोगों को रोजगार देने के साथ देश की अर्थव्यवस्था में ट्रांसपोर्टर्स का महत्वपूर्ण योगदान है। डॉ. मोहन यादव ने आज इनके दिल में अपनी जगह बनाई है, तो कल इसी तरह के फैसलों से पूरे देश में अपना विशिष्ट स्थान बनाने की उम्मीद जगाई है। वास्तव में भ्रष्टाचार और अवैध वसूली का पर्याय बन चुकी परिवहन चेकपोस्ट व्यवस्था को बंद करना आसान नहीं था, इसलिए डॉ. मोहन यादव का यह फैसला अद्भुत है और इतिहास में दर्ज हो गया है…।