उल्टी दस्त की बीमारी से 150 ग्रामीण बीमार, 7 आदिवासियों की मौत
माधोपुर गाँव से सबसे ज्यादा मरीज, सूनी हुई गलियां
मंडला: मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल मंडला जिले के बम्हनी, घुघरी और अंजनिया इलाके के आधा दर्जन से अधिक गांवों में डायरिया उल्टी-दस्त की संक्रामक बीमारी फैली हुई है।
प्राप्त जानकारी अनुसार इस बीमारी से अब तक 7 ग्रामीण बैगा आदिवासी और महिला पुरुष की मौत दर्ज की गई है। वहीं लगभग 150 मरीजों की सामुदायिक एवम जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जिले के घुघरी इलाके के सरिई टोला, देवहार, आमा टोला, माधोपुर, बिछिया, बम्हनी छेत्र के गांवों में दर्ज मौतों के साथ ही जिले का स्वास्थ्य महकमा सक्रिय हो गया है। अब तक स्वास्थ्य विभाग या पीएचई विभाग डायरिया से मौतों और संक्रमित लोगों की वजह नहीं ढूंढ़ पाई है। वहीं मामले को संवेदनशील मानते हुए जबलपुर की 11 सदस्यीय टीम माधोपुर डायरिया का कारण जानने पहुंची हुई है।
मामले में प्रदेश की PHE मंत्री संपतियां उइके ऩे मृतकों पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि मामले में दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी।
मंडला पीएचई कैबिनेट मंत्री श्रीमती संपतिया उईके का गृह जिला है। आज संपतियां उइके ने जिला अस्पताल का भ्रमण करते हुए बताया कि ग्रामीणों की मौत बड़ी दुःखदाई है। हम बीमारी नियंत्रण करने का प्रयास कर रहे हैं। साथ ही जांच के पश्चात मामले में जिम्मेदारों पर कार्यवाही की जायेगी।
देखिए वीडियो: क्या कह रही हैं, संपतियां उइके (पीएचई मंत्री)-
मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.सरुते ने स्वीकार किया कि अब तक सात ग्रामीण मरीजों की मृत्यु हुई है, लेकिन विशेषज्ञों का दल प्रभावित इलाकों का दौरा कर स्तिथि को नियंत्रित कर रहे हैं। हमारी टीम भी लगातार नजर बनाए हुए हैं।
देखिए वीडियो: क्या कह रहे हैं, डॉक्टर कीर्ति सरुते (सीएमएचओ)-
पीएचई विभाग के अधिकारी भास्कर का कहना है कि जिन-जिन जगहों पर डायरिया फैल रहा है उन जगहों का पानी टेस्ट किया जा रहा है। वहीं भास्कर ने कहा अभी डायरिया फैलने की वजह स्पष्ट नहीं हो पा रही, स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच कर रही है।