Healthy Lifestyle : लाइफस्टाइल, स्वास्थ्य, दिनचर्या और जीवनशैली के गुर सिखाए! 

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Healthy Lifestyle : लाइफस्टाइल, स्वास्थ्य, दिनचर्या और जीवनशैली के गुर सिखाए! 

Surat : रविवार को शहर की सिटी लाइट कॉलोनी स्थित अग्रसेन भवन में संस्था जीवन आदर्श उत्कर्ष परिषद के तत्वावधान में स्वास्थ्य पर आधारित 39वां सेमिनार आयोजित हुआ। जिसमें शहर के जाने-माने लाइफ स्टाइल और वेट लॉस एक्सपर्ट डॉ मुकेश पाराशर ने संबोधित करते हुए जीवन में खान-पान, व्यायाम, काम आराम और सामाजिक गतिविधियों के पहलूओं जैसी महत्वपूर्ण बातों पर प्रकाश डाला।

 

बता दें कि डॉ पाराशर देश के पहले ऐसे डॉक्टर हैं जो स्वस्थ दिनचर्या के संदेश को सिर्फ भाषण से ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य रस की कविताओं और गीतों के माध्यम से दर्शकों तक पहुंचाते हैं।

 

डॉ पाराशर की धर्मपत्नी पूनम के ब्रेस्ट कैंसर से ठीक होने के पश्चात यह दंपति पिछले 3 वर्षों से सांची हेल्थ केयर फाउंडेशन और ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस ग्रुप का प्रतिनिधित्व कर रहें है और निस्वार्थ भाव से स्वस्थ दिनचर्या पर सेमिनार और ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस के लिए फ्री चेकअप कैंप आयोजित करते रहते हैं। इनके इस नेक काम के लिए सूरत की कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा डॉ दम्पत्ती को सम्मानित किया गया हैं। डॉ पाराशर का मानना हैं कि आज के युग में 70% बिमारियां हमारी बुरी आदतों से पैदा हो रहीं हैं जिनमे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, कैंसर, मोटापा और उनसे होने वाली परेशानियां मुख्य हैं।

 

स्वस्थ दिनचर्या के संदेशों को गीतों और कविताओं के माध्यम से अपने दर्शकों तक पहुंचाने का एक अनूठा अंदाज आज उन्हें देश में एक विशेष पहचान दे रहा हैं। डॉ पाराशर बातों ही बातों में हंसी-मजाक में बहुत ही गंभीर बात कह जाते हैं जिसको व्यक्ति बहुत ही रुचि पूर्ण तरीके से अपने जीवन में उतार लेता हैं, वह उन स्वास्थ्य संबंधी बातों को को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेता हैं।

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कार्यक्रम में उन्होंने अपनी 2 कविताएं “स्वभाव बहुत अच्छा था” और “ना कोई खर्चा, ना कोई चर्चा” दर्शकों को सुनाई जिन्हें सभी ने बहुत सराहा। कुछ पंक्तियां उन्होंने भारत के पहले आधिकारिक स्वस्थ दिनचर्या पर आधारित गीत “आओ हम सब मिलकर भारत स्वस्थ बनाते हैं” भी सुनाई।

बहुत जल्दी यह गीत सोशल मीडिया पर दिखाई देगा।

कार्यकर्म का संचालन जीवन आदर्श उत्कर्ष परिषद के श्रीकांत मूंदड़ा, विनय अग्रवाल ने किया तथा आभार अतुल बांगड़ और निर्मलेश आर्य ने माना!