मास्क नहीं लगाने वालों के विरुद्ध सख्ती से कार्रवाई – ₹200 का बनेगा चालान – प्रभारी मंत्री श्री सिंह

भोपाल जिला क्राइसिस मैनेजमेंट समिति की बैठक सम्पन्

561

भोपाल : नगरीय विकास एवं आवास मंत्री तथा भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को सम्पन्न हुई जिला क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक में निर्णय लिया गया है कि जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्रभावी रूप से मास्क लगाने का अभियान चलाया जाए। मास्क नहीं लगाने वालों पर 200 रुपए की चालान लगाने की कार्रवाई की जाए। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, विधायक श्री पीसी शर्मा, कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया, डीसीपी श्री मकरंद देउस्कर, एसीपी श्री इरशाद वली और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

प्रभारी मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कोरोना की रफ्तार को देखते हुए जरूरी है कि भीड़ वाली जगहों पर भीड़ को नियंत्रण करने के लिए प्रभावी अभियान चलाया जाना चाहिए। इसके लिए ऐसी जगहों को चिन्हित करें जहां पर भीड़-भाड़ होने की अधिक संभावनाएँ होती हैं। इन जगहों पर दुकानदारों और ग्राहकों के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जाए। जिले में आयोजित हो रहे विभिन्न मेलों के संबंध में चर्चा करते हुए प्रभारी मंत्री ने कहा कि ऐसे मेलों के संबंध में क्राउड मेनेजमेंट की रिपोर्ट बनाई जाए। जिला प्रशासन निर्णय करे कि अधिक भीड़ तो नहीं हो रही है, कोविड गाइड लाइन का पालन हो रहा है या नहीं। कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं होने पर ऐसे मेलों को बंद करने की कार्यवाही करें।

बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए जरूरी है कि टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जाये। साथ ही जो विदेश से आने वाले नागरिक हैं, उनके आइसोलेशन में रहने का भी लगातार निरीक्षण कराया जाए । जिले के सभी ऑक्सीजन प्लांट की मैपिंग कराएँ। हर सप्ताह ऑक्सीजन प्लांट की मॉक ड्रिल की रिपोर्ट की लॉग बुक में इंट्री की जाए और इसे संधारित किया जाए। साथ ही उनके मेंटेनेंस के समय आने वाली समस्याओं को भी नोट किया जाए जिससे कि आवश्यकता होने पर उस पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। यह भी सुनिश्चित किया जाये कि जो ऑक्सीजन रोगी के बेड तक पहुंच रही है वह किस प्रेशर से और किस शुद्धता की है ।

बैठक में कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने बताया कि भोपाल में सार्थक ऐप पर कोविड उपचार करने वाले अस्पतालों के आवेदन आने पर एंट्री की जा रही है। इस पर सूची संधारित होने के बाद ही कोई भी अस्पताल कोरोना संक्रमित व्यक्ति का इलाज कर पाएगा। भोपाल में चल रही रेंडम सेंपलिंग, शासकीय और आशासकीय अस्पतालों में बेड की उपलब्धता के साथ-साथ मार्केट में भीड़ नियंत्रण के संबंध में व्यापक कार्रवाई की गई है।

क्राइसिस मेंजमेंट की बैठक में प्रभारी मंत्री ने कुत्तों के नसबंदी और खुले में लग रही मांस और मछली की दुकानों को नियंत्रित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में नगर निगम सख्त कार्रवाई करे और बिना अनुमति कही भी दुकानें नही लगें।

भोपाल में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 8 हजार 500 से अधिक बेड उपलब्ध हैं। सभी शासकीय बड़े अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट की निरंतर मॉक ड्रिल जारी है। सभी निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन स्टोरेज क्षमता को बढ़ाया गया है। इसके लिए सभी बड़े निजी अस्पताल संचालकों से लगातार संपर्क रखा गया है।

कलेक्टर श्री लवानिया ने कहा कि जिले में पर्याप्त मात्रा में दवाइयाँ और रेमडिसिवर इंजेक्शन उपलब्ध हैं। मास्क नहीं लगाने वाले व्यक्ति के विरूद्ध व्यापक रूप से 200 रूपये के चालान की कार्रवाई शुरू की जाएगी। इसके लिए सभी चौराहे, मार्केट और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर पुलिस बल के साथ नगर निगम का दल भी चलानी कार्रवाई करेगा।