French Fries Controversy : पत्नी को फ्रेंच फ्राइज खाने से रोका तो वो कोर्ट पहुंची, हाई कोर्ट ने कहा ये अनर्गल बातें!

कोर्ट ने टिप्पणी की कि जांच को जारी रखना कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग होगा!

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French Fries Controversy : पत्नी को फ्रेंच फ्राइज खाने से रोका तो वो कोर्ट पहुंची, हाई कोर्ट ने कहा ये अनर्गल बातें!

Bengluru : एक दिलचस्प पति-पत्नी विवाद कर्नाटक हाई कोर्ट में दर्ज हुआ। पति ने पत्नी को फ्रेंच फ्राइज खाने से मना किया, तो पत्नी उसे कोर्ट तक घसीट ले गई। लेकिन, कोर्ट ने इसे अनुचित विवाद मानकर किसी जांच से इनकार किया। बल्कि, जो जांच चल रही थी, उसे भी रोक दिया।

अकसर होता है कि पति-पत्नी के बीच की मामूली लड़ाई तलाक़ तक पहुंच जाती है। लेकिन, कभी ऐसी लड़ाई के बारे में सुना है कि पति ने पत्नी को फ्रेंच फ्राइज खाने से रोका, तो वह अदालत में पहुंच गई हो। कर्नाटक हाई कोर्ट में एक ऐसा मामला सामने आया। इसमें पत्नी ने पति पर आरोप लगाया कि बच्चे के जन्म के तुरंत बाद उसे फ्रेंच फ्राइज, चावल और मांस खाने की अनुमति नहीं दी गई। हालांकि, कोर्ट ने आरोपी पति के खिलाफ मामले की जांच पर रोक लगा दी।

जांच पर रोक लगाते वक्त कोर्ट का नजरिया 

न्यायमूर्ति एम नागप्रसन्ना ने व्यक्ति के खिलाफ आरोपों को अनर्गल पाया, इसलिए जांच पर रोक लगा दी। अपने फैसले में, न्यायाधीश ने टिप्पणी की कि जांच जारी रखना कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग होगा। अदालत ने कहा कि पति के खिलाफ किसी भी जांच की अनुमति देना कानून की प्रक्रिया का दुरुपयोग होगा। पत्नी के इस आरोप को बल मिलेगा कि उसे किसी समय पर फ्रेंच फ्राई खाने को नहीं दी गई। इसलिए, पति के खिलाफ सभी जांच पर रोक लगाने का अंतरिम आदेश दिया जाना चाहिए।

अमेरिका में कार्यरत महिला के पति को भी नौकरी पर लौटने की अनुमति दी गई। जब उसने अदालत को आश्वासन दिया कि वह जांच अधिकारियों के साथ सहयोग करेंगे और प्रक्रिया से नहीं बचेंगे। महिला के पति ने अपनी याचिका में जांच पर रोक लगाने का अनुरोध किया था, उसने तर्क दिया था कि शिकायत तुच्छ है।

पति के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी 

आरोपी पति के वकील ने बताया कि उनकी पत्नी की शिकायत के बाद उनके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया गया था। इससे उन्हें अमेरिका में काम पर लौटने से रोका गया। अदालत ने पहले व्यक्ति के माता-पिता के खिलाफ जांच पर रोक लगा दी थी, जिनका नाम भी शिकायत में था। शिकायत में पत्नी ने आरोप लगाया कि उसके पति ने बच्चे के जन्म के तुरंत बाद उसे फ्रेंच फ्राई, चावल और मटन खाने की अनुमति नहीं दी।

पति ने भी कोर्ट में पत्नी की शिकायत की

पति ने इसका विरोध करते हुए दावा किया कि बच्चे के जन्म से पहले अमेरिका में रहने के दौरान, उसकी पत्नी ने उससे घर के सभी काम करवाए। न्यायमूर्ति नागप्रसन्ना ने इस मामले में एलओसी के इस्तेमाल की आलोचना की और इसे कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग बताया। उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि शिकायत तुच्छ प्रतीत होती है और व्यक्ति को अपने पेशेवर दायित्वों के लिए अमेरिका लौटने की अनुमति दी।