CBI जांच जारी, इस बीच बहाल हो गए 77 वनरक्षक, केवल एक हुआ बर्खास्त

103

CBI जांच जारी, इस बीच बहाल हो गए 77 वनरक्षक, केवल एक हुआ बर्खास्त

भोपाल: व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा वर्ष 2012 और 2013 में आयोजित वन रक्षक भर्ती परीक्षा में अनियमितताओं के चलते निलंबित किए गए 77 वन रक्षकों की CBI द्वारा जांच अभी जारी है और सरकार ने दो चरणों में इन निलंबित वन रक्षकों को बहाल कर दिया है। केवल एक वनरक्षक ही बर्खास्त किया गया है।

व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा प्रदेशभर में वन रक्षक भर्ती करने के लिए 2012 और 2013 में वनरक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। इस मामले में शिकायत हुई और सीबीआई इस पूरे फर्जीवाड़े की जांच कर रही है। इस बीच सामान्य प्रशासन विभाग के एक आदेश का फायदा उठाकर निलंबित वन रक्षक बहाल हो गये है। कुछ महीनों पहले 39 वन रक्षकों को पूर्व अपर मुख्य सचिव वन जेएन कंसोटिया के कार्यकाल में बहाल किया गया था। इस मामले में केवल एक वन रक्षक को बर्खास्त किया गया है। 38 वन रक्षक निलंबित चल रहे थे। अब मौजूदा अपर मुख्य सचिव वन अशोक बर्णवाल के कार्यकाल में बाकी निलंबित 38 वन रक्षकों को भी बहाल कर दिया गया है। इस तरह सभी 77 वनकर्मी बहाल हो गए है। इन वनरक्षकों की सीबीाई जांच जारी है। जांच के दौरान ही ये बहाल कर दिए गए है।

मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक व्यावसायिक परीक्षा मंडल अब कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित वन रक्षक भर्ती परीक्षा में अनियमिताओं की शिकायत के बाद इस परीक्षा में शामिल हुए 77 वन रक्षकों को निलंबित किया गया था और एक वन रक्षक को बर्खास्त किया गया था। इस पूरे मामले की जांच सीबीआई कर रही है। यह जांच अभी पूरी नहीं हुई है। ये वनरक्षकों को वर्ष 2015 से 2020 के बीच निलंबित किये गए थे। सामान्य प्रशासन विभाग का नियम है कि एक साल से अधिक समय से निलंबित चल रहे शासकीय कर्मचारियों के संबंध में कोई निर्णय नहीं होता है तो उन्हें बहाल कर दिया जाता है। यदि उनकी जांच जारी रहती है तो जांच के अंतिम निर्णय के अधीन ये बहाली की जाती है। वनरक्षक भर्ती परीक्षा में अनियमितत तरीके से चयनित हुए शेष 38 वन कर्मियों को भी अब राज्य शासन ने उन्हें सशर्त बहाल कर दिया है। उनके निलंबन की अवधि का निराकरण कोर्ट के निर्णय के अधीन रहेगा। इन कर्मचारियों की पोस्टिंग संबंधित वन मंडल अधिकारियों द्वारा की जाएगी।

*ये वन रक्षक हुए बहाल-* 

ये वर्ष 2015 में हुए थे निलंबित- सत्येन्द्र शर्मा, जितेन्द्र भदौरिया, सेव कुमार तिलगाम, मुकेश शर्मा, शरद यादव, अभिनव शर्मा, राजा ठाकुर, विपनेश द्विवेदी, रामनरेश सिंह, मोहन सिंह, मयंक सक्सेना, सुरेन्द्र सिंह गुर्जर, संदेश रघुवंशी, जितेन्द्र वर्मा, जितेन्द्र पांडे, अरविंद कुशवाह, पुष्पेन्द्र कुशवाह, राहुल कुशवाह।

*वे वर्ष 20-21 में हुए थे निलंबित-* 

सुधीर शर्मा, राजेश सोलंकी, रामचित्र कौशल, योगेन्द्र सिंह बाजोरिया, संजय सिंह गुर्जर, दलवीर सिंह, ऋषिकेश शर्मा, देशराज सिंह गुर्जर, बृजेश राजपूत, अविनाश बंसल, मनीष्ज्ञ सिंह, राजेश कुमार वित्तल, भागीरथ सिंह कैमोर, राकेश सिंह गुर्जर, अमित यादव और कृष्णपाल सिंह गौर।