Clash of Leaders: कांग्रेस से आए नेताओं से अब होने लगा भाजपा के पुराने नेताओं का टकराव
भोपाल:कांग्रेस से भाजपा में आए नेताओं से भाजपा के पुराने नेताओं की तकरार दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। विचारधारा नहीं मिलने के कारण बढ़ रही अनबन अब सार्वजनिक होती जा रही है। प्रदेश में ऐसे कई किस्से इन दिनों चर्चित हो गए हैं जो कांग्रेस से भाजपा में आए नेताओं और भाजपा के पुराने और स्थापित नेताओं के बीच ट्यूनिंग नहीं बैठने को दर्शा रहे हैं। हालात यह हो गए कि अब तो खुलेआम ऐसे नेता एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने से भी नहीं चूक रहे हैं।
प्रदेश में पिछले साढ़े चार साल में हजारों की संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। कमलनाथ की सरकार गिराने के दौरान भी कई नेता कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए थे। इसके बाद यह क्रम धीरे-धीरे चलता रहा और लोकसभा चुनाव से पूर्व भी हजारों की संख्या में कांग्रेस नेता, कांग्रेस के पूर्व विधायक, महापौर सहित कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थामा लिया था, अब यही नेता भाजपा के पुराने और स्थापित नेताओं की नजरों में खटकने लगे हैं।
पार्टी में अनुशासन भी इन अनबन में तार-तार हो रहा है। नेता अब खुलकर एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
ऐसा मामला रीवा जिले में सामने आया। जहां पर भी कांग्रेस से भाजपा के आए सिद्धार्थ तिवारी के परिवार पर यहां के सांसद जर्नादन द्विवेदी ने हमला बोला था। द्विवेदी ने तिवारी पर कांग्रेस से आने पर भी तंज कसा था। इस पर सिद्वार्थ तिवारी ने भी सार्वजनिक रूप से रिएक्ट किया था।
इधर इसी तरह का मामला छतरपुर में आया, छतरपुर में मानवेंद्र सिंह पूर्व में कांग्रेस में थे। वे दिग्विजय सिंह मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री भी रह चुके हैं। यहां के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार से उनकी पटरी नहीं बैठ पा रही है। मानवेंद्र सिंह के बेटे कमाख्या प्रताप सिंह विधायक हैं। वीरेंद कुमार ने भी जो बयान मीडिया में दिया उसमें उन्होंने मानवेंद्र सिंह की विचारधारा पर कटाक्ष किया। इन दो मामलों से साफ है कि कांग्रेस से भाजपा में आए नेताओं को पार्टी में ठीक नहीं चल रहा है।