Caught in Detonator Plot : रेल पटरी पर डेटोनेटर रखने की साजिश में एक रेल कर्मचारी को पकड़ा गया!

उसकी मंशा धमाका कर रेल के परखच्चे उड़ाने की, पूछताछ जारी!

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Caught in Detonator Plot : रेल पटरी पर डेटोनेटर रखने की साजिश में एक रेल कर्मचारी को पकड़ा गया!

Burhanpur : बुरहानपुर के नजदीक आर्मी स्पेशल ट्रेन को उड़ाने की साजिश में जांच एजेंसियों ने रेलवे कर्मचारी मोहम्मद साबिर अली को गिरफ्तार किया है। साबिर अली ने ही रेलवे ट्रैक पर 10 डेटोनेटर लगाए थे। उसकी मंशा धमाका कर रेल के परखच्चे उड़ाने की थी। इस मामले की जांच एनआईए, एटीएस और आरपीएफ की टीमें कर रही है। यह घटना 18 सितंबर को बुरहानपुर जिले के सागफाटा रेलवे स्टेशन के पास की है, जहां एक स्पेशल ट्रेन को बम विस्फोट से उड़ाने की कोशिश की गई थी।

जम्मू-कश्मीर से कर्नाटक जा रही इस ट्रेन में सेना के जवान सवार थे। सागफाटा स्टेशन के कंट्रोल रूम में नेपानगर से ट्रैक पर डेटोनेटर होने की सूचना दी गई। जिसके बाद ट्रेन को दोपहर करीब ढाई बजे सागफाटा स्टेशन पर आधे घंटे तक रोका गया। गिरफ्तार साजिशकर्ता से पूछताछ की जा रही है, ताकि साजिश का पता लगाया जा सके।

घटना का विस्तृत ब्यौरा

घटना के अनुसार, सेंट्रल रेलवे के भुसावल रेल मंडल के सागफाटा रेलवे स्टेशन के पास पटरी पर डेटोनेटर रखे थे। दिल्ली-मुंबई ट्रैक पर सागफाटा से डोंगरगांव के बीच 10 डेटोनेटर एक से डेढ़ फीट की दूरी से रखे थे। डेटोनेटर से धमाके की आवाज सुनकर ड्राइवर ने ट्रेन को रोक दिया। उसकी सूझबूझ के चलते एक बड़ा हादसा टल गया। इसके बाद, ट्रेन को रोककर घटना की जानकारी स्टेशन मास्टर को दी गई।

घटना की सूचना मिलते ही, देश की प्रमुख जांच एजेंसियां हरकत में आ गईं। पुलिस की स्पेशल शाखा, एटीएस और अन्य खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की। उन्होंने संदिग्धों से पूछताछ भी की। उसके बाद ही मोहम्मद साबिर अली को पकड़ा गया।

जहां डेटोनेटर मिले वहां कोई औचित्य नहीं

मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक, जो डेटोनेटर रेल पटरी पर बरामद हुए, उनका इस्तेमाल रेलवे खुद करता है। लेकिन, घटना के समय जिस जगह पर डेटोनेटर मिले थे वहां उनका कोई औचित्य समझ नहीं आया। यह डेटोनेटर तेज आवाज करते हैं और इनका इस्तेमाल अक्सर कोहरे में और ऐसी स्थिति में किया जाता है जब ट्रेन को समय से पहले आपातकालीन स्थिति में रोकना हो। लेकिन, ऐसी स्थिति में जहां ट्रेन रोकने होती है उससे 1200 मीटर पहले तीन स्टेज पर इन्हें रखा जाता है।