Misbehavior With Girl in School : एमराल्ड हाइट्स स्कूल में 3 साल की बच्ची से प्यून ने हरकत की!
Indore : शहर के बड़े स्कूलों में शामिल एमराल्ड हाइट्स स्कूल में तीन साल की बच्ची से हरकत का मामला सामने आया है।बच्ची के माता-पिता की शिकायत के बाद पुलिस ने दोषी प्यून को पकड़ लिया। लेकिन, जानकारी मिली कि अभी तक प्यून के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई।
राजेन्द्र नगर पुलिस ने बताया कि बच्ची स्कूल के लोअर केजी में पढ़ती है। दोपहर को वह जब घर पहुंची तो रोने लगी। इस पर जब मां ने बच्ची से रोने का कारण पूछा तो उसने पेट दर्द होने की शिकायत की। तत्काल बच्ची को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे तो पता चला कि इसके साथ कोई गलत हरकत की गई है। बच्ची जब स्कूल जाने से मना कर रही थी तो माता-पिता ने उससे पूछताछ की। तब बच्ची ने कर्मचारी द्वारा किए बैड टच के बारे में जानकारी दी। तत्काल मां ने बच्ची के पिता को सारे मामले से अवगत कराया और पालकों के ग्रुप में जानकारी शेयर की। इससे आक्रोशित परिजनों ने बुधवार को स्कूल पहुंचे और उन्होंने प्रबंधन से इसकी शिकायत की, लेकिन प्रबंधन ने इतनी बड़ी घटना को गंभीरता से नहीं लिया।
ग्रुप में जानकारी आते ही कई बच्चों के पालक स्कूल पहुंच गए और प्रबंधन से बात की। प्रबंधन ने बच्ची से हरकत करने वाले प्यून की पहचान कराई। पहचान के बाद प्रबंधन ने उससे पूछताछ की, जब प्यून ने कुछ नहीं बताया यही कहा कि उसने बच्ची को सीढियां चढ़ने में मदद की। स्कूल प्रबंधन ने प्यून को पुलिस के हवाले कर दिया।
पूरी घटना को लेकर डीसीपी झोन-1 विनोद मीना का कहना है, कि अभी तक कोई भी फरियादी थाने पर शिकायत करने नहीं पहुंचा। मीडिया के माध्यम से ही यह जानकारी पुलिस प्रशासन को लगी थी, कि एमराल्ड हाइट्स स्कूल में परिजनों द्वारा किसी बात को लेकर हंगामा किया जा रहा है। हंगामा की सूचना के बाद पुलिस बल को स्कूल भेज दिया गया था, लेकिन जब तक थाने पर कोई फरियादी अपनी शिकायत लेकर नहीं आएगा, वह आगे की कार्रवाई नहीं कर पाएंगे। यदि कोई थाने पर पहुंच कर किसी भी प्रकार की शिकायत करता है, तो इस पर पुलिस द्वारा तत्काल एक्शन लिया जाएगा लेकिन अब तक कोई भी परिजन थाने पर नहीं पहुंचा है।
कैमरे नहीं है, कैसे रखेंगे निगरानी
पालकों का आरोप है कि इतने बड़े स्कूल में कई ब्लैक स्पाट भी हैं। बच्चों, पालकों, शिक्षकों पर निगरानी रखने सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं। इससे कोई गतिविधियां पता नहीं चल पाती। पालकों की शिकायत के बाद प्रबंधन ने अविलंब कैमरे लगाने का भरोसा दिलाया।
छोटी कक्षाओं में मेल टीचर नहीं
पालकों ने प्रबंधन से कहा कि एलकेजी, केजी, पहली से पांचवीं तक की कक्षाओं में मेल टीचर है। प्रबंधन आगे से इस तरह की घटना न हो सके, इसलिए मेल की जगह फिमेल टीचर की व्यवस्था करेंगे।